पनामा पेपर्स लीक में सोमवार (20 दिसंबर 2021) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) से पूछताछ की। रिपोर्टों के अनुसार करीब 7 घंटे तक उनसे एजेंसी ने पूछताछ की। उन पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन का आरोप है। पूछताछ के बाद ऐश्वर्या देर रात मुंबई लौट गईं।
ईडी के अधिकारियों ने ऐश्वर्या राय से लंबी पूछताछ के दौरान एमिक पार्टनर्स के बारे में जानने की कोशिश की। पूछा कि दस्तावेज में सामने आई कंपनी से उनका क्या संबंध है। ईडी ने पूछा कि एमिक पार्टनर्स 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित और पंजीकृत कंपनी थी। इस कंपनी के साथ उनका क्या संबंध हैं? क्या वह उस कानूनी फर्म के बारे में जानती हैं जहाँ मोसैक फोन्सेका ने कंपनी को पंजीकृत किया था? इस कंपनी के निदेशकों में ऐश्वर्या, उनके पिता कृष्णाराज राय, माँ वृंदा राय और भाई आदित्य राय शामिल थे। इसके बारे में भी ऐश्वर्या से पूछा गया। ऐश्वर्या से ये भी जानने की कोशिश की गई कि जून 2005 में उनके स्टेटस को शेयरहोल्डर के रूप में क्यों बदला गया? वहीं, 2008 में कंपनी को निष्क्रिय करने की वजह से लेकर लेन-देन में आरबीआई की अनुमति से जुड़े सवाल भी पूछे गए।
दैनिक भास्कर ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एजेंसी ने ऐश्वर्या से पूछा कि उन्होंने किन कारणों से वह कंपनी केवल 1500 डॉलर में बेच दी, जिसे 50 हजार डॉलर में खरीदा गया था। बच्चन परिवार की बहू बनने के बाद इसे बंद करने की वजह को लेकर भी सवाल किए।
Late-night visuals of Aishwarya Rai Bachchan returning to Mumbai after appearing before Enforcement Directorate in Delhi, in connection with Panama Papers case. pic.twitter.com/DlWtoUyVSt
— ANI (@ANI) December 21, 2021
सोमवार को सपा सांसद और ऐश्वर्या राय की सास जया बच्चन संसद में काफी बौखलाई नजर आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ निजी टिप्पणी की गई है। आक्रोशित जया बच्चन ने कहा, “मुझ पर निजी हमला किया गया। आप लोगों के बुरे दिन बहुत जल्दी आने वाले हैं। मैं आपको श्राप देती हूँ कि आप लोगों के बुरे दिन आएँगे।
उल्लेखनीय है कि पनामा पेपर्स मामले की लंबे समय से जाँच चल रही है। ED के अधिकारी देश की कई बड़ी हस्तियों को जाँच में शामिल कर चुके हैं। इसी कड़ी में एक महीने पहले अभिषेक बच्चन भी ED कार्यालय में पहुँचे थे। वे कुछ दस्तावेज भी ED अधिकारियों को सौंप चुके हैं।