मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का ट्रांसफर हो गया है। उनका तबादला होमगार्ड विभाग में किया गया है। उनकी जगह पर हेमंत नागराले को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इसकी जानकारी दी।
Param Bir Singh transferred and posted as DG Home Guard: Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh
— ANI (@ANI) March 17, 2021
बता दें कि इससे पहले परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। परमबीर सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। लेकिन इस बार मामला कुछ ज़्यादा ही गंभीर है। सोमवार (मार्च 16, 2021) को मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को एंटीलिया बम कांड मामले में उनकी बेगुनाही का समर्थन करने के लिए सैकड़ों ट्वीट किए गए थे। इनमें से ज्यादातर ट्वीट्स में दावा किया गया कि परमबीर सिंह को ‘स्कॉर्पियो कार विवाद’ में ‘घसीटा’ गया।
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह को हटाया गया।
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) March 17, 2021
पिछले दिनों एनआईए के अधिकारियों ने 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर विस्फोटक लदी स्कॉर्पियों खड़ी करने की घटना में इस्तेमाल की गई सफेद इनोवा कार को मुंबई पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में ट्रेस किया। करीब से देखने पर उन्होंने पाया कि यह वही सफेद इनोवा कार है, जिसका इस्तेमाल विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो के साथ किए जाने की आशंका है। जानकारी के मुताबिक इस कार पर ‘पुलिस’ लिखा हुआ था।
इससे पहले रिपब्लिक टीवी के एंकर अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी को लेकर परमबीर सिंह का नाम चर्चा में आया था। मीडिया चैनल ने बताया था कि मुंबई पुलिस ने चैनल के न्यूजरूम में एडिटोरियल एक्सेस की माँग की थी। मुंबई पुलिस के इस कदम को भारतीय मीडिया के इतिहास में ‘अभूतपूर्व’ कदम बताते हुए मीडिया चैनल ने कहा कि परमबीर सिंह चैनल में काम करने वाले हर पत्रकार की जानकारी, उनका पता और लॉग इन आइडी की माँग कर रहे हैं। इसके अलावा मुंबई पुलिस ने न्यूजरूम में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर डिटेल्स, ब्रॉडकास्ट रनडाउन डिटेल, शिफ्ट इंचार्ज की जानकारी, न्यूज डेस्क के वीकली शेड्यूल की कॉपी और उन टेक्निशियन की जानकारी भी माँगी थी जिन्हें न्यूजरूम सॉफ्टवेयर के बारे में ज्ञान हो।
वहीं रिपब्लिक टीवी को साक्षात्कार देते हुए भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि 3-4 पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में उनको व्यक्तिगत रूप से बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया और हिरासत में लेकर उन्हें बेल्ट से इस तरह पीटा गया कि उन्हें वेंटीलेटर तक पर जाना पड़ा। उनकी रीढ़ की हड्डी भी टूट गई। इतना ही नहीं भगवा आतंक के नाम पर पुलिस बर्बरता झेल चुकी साध्वी प्रज्ञा का कहना है कि जब जब उनकी बेल की बात चली तो न्यायाधीशों तक को धमकी देने का काम हुआ। उन्होंने परमबीर सिंह पर आरोप लगाया है कि उन्हें हिरासत के दौरान पॉर्न वीडियो दिखाई गईं और उनसे भद्दे सवाल किए गए।