बॉम्बे उच्च न्यायालय में अभिनेत्री कंगना रनौत के विरुद्ध महाराष्ट्र सरकार को निशाना बनाते हुए ट्वीट करने के लिए याचिका दायर की गई है। दरअसल, 17 अक्टूबर को किए गए ट्वीट में कंगना रनौत ने महाराष्ट्र सरकार पर टिप्पणी करते हुए की जम कर आलोचना की थी। इसके पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के विरुद्ध एक एफ़आईआर दर्ज की गई थी।
A writ petition has been filed in the Bombay High Court seeking to direct Twitter India @TwitterIndia to suspend the twitter account of #KanganaRanaut , like it suspended her sister Rangoli Chandel’s account, for “spreading continuous hatred and disharmony in the country” pic.twitter.com/8HR4zwBYfW
— Live Law (@LiveLawIndia) December 3, 2020
दायर की गई याचिका में कंगना रनौत द्वारा किए गए ट्वीट के लिए अदालत के समक्ष उनके ट्विटर एकाउंट को रद्द करने की माँग उठाई गई थी।
BREAKING: Plea filed against Kangana Ranaut in Bombay HC for getting her twitter account @KanganaTeam suspended for “spreading continuous hatred, disharmony in the country and attempting to divide the country with her extremist tweets.”@TwitterIndia @OfficeofUT #BombayHC pic.twitter.com/Z01JTcNtrL
— Bar & Bench (@barandbench) December 3, 2020
याचिका में ऐसा कहा गया था कि कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में न्यायपालिका पर अभद्र टिप्पणी करते हुए महाराष्ट्र सरकार को ‘पप्पू सेना’ कह कर संबोधित किया था। याचिका में आगे कहा गया था कि यह ट्वीट अदालत की आपराधिक अवमानना के दायरे में आता है। दरअसल, नवरात्र के दौरान कंगना ने खुद के विरुद्ध एफ़आईआर दर्ज किए जाने के बाद एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र की गठबंधन वाली शिवसेना सरकार की जम कर आलोचना की थी।
Who all are fasting on Navratris? Pictures clicked from today’s celebrations as I am also fasting, meanwhile another FIR filed against me, Pappu sena in Maharashtra seems to be obsessing over me, don’t miss me so much I will be there soon ❤️#Navratri pic.twitter.com/qRW8HVNf0F
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 17, 2020
कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा, “और कौन नवरात्र में व्रत रख रहा है? आज के आयोजन की कुछ तस्वीरें क्योंकि अब मुझ पर एक और एफ़आईआर दर्ज की जा चुकी है। महाराष्ट्र में ‘पप्पू सेना’ मुझ पर हावी होने की कोशिश कर रही है। मुझे इतना याद करने की ज़रूरत नहीं है, मैं जल्द ही वहाँ पहुँच जाऊँगी।”
बीते दिन कंगना रनौत को एक अधिवक्ता की तरफ से लीगल नोटिस भेजा गया था क्योंकि उन्होंने कृषि सुधार क़ानूनों के लिए जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाली एक वृद्ध महिला को शाहीन बाग़ की मशहूर बिलकिस बानो समझ लिया था।