प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार (28 मई 2023) को सुबह तमिलनाडु से आए पुजारियों (अधीनम) की उपस्थिति में हवन-पूजन किया। उसके बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास राजदंड या राजदंड को स्थापित किया। इस अवसर पर अधीनमों ने मंत्रोच्चार किया। पीएम ने महात्मा गाँधी को पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
संगोल को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राजदंड को सांष्टांग प्रणाम किया। उसके बाद अधीनमों के साथ उसे लेकर स्पीकर के आसन के पास गए। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी उनके साथ मौजूद थे।
#WATCH | PM Modi bows as a mark of respect before the 'Sengol' during the ceremony to mark the beginning of the inauguration of the new Parliament building pic.twitter.com/7DDCvx22Km
— ANI (@ANI) May 28, 2023
सदन में घुसने के दौरान पारंपरिक तमिल वाद्य बजाया जा रहा था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री से आगे-आगे शहनाई बजाई जा रही है। नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान पूजा-पाठ के दौरान मंत्रोच्चार होते रहे। अंदर भी अधीनम मंत्रोच्चार करते रहे।
#WATCH | PM Modi carries the historic 'Sengol' into the Lok Sabha chamber of the new Parliament building pic.twitter.com/wY206r8CUC
— ANI (@ANI) May 28, 2023
सेंगोल को स्थापित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन के बाहर कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे। यहाँ पर उनकी कैबिनेट के सभी मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे। यहाँ पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध सहित विभिन्न धर्मों के आचार्य मौजूद थे। इस दौरान इन धर्माचार्यों ने अपने-अपने धर्मों के अनुसार पाठ किया। यहाँ पर एक आचार्य ने गीता का पाठ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने संसद भवन बनाने वाले श्रमिकों से भी मुलाकात की।
PM Shri @narendramodi performs pooja at new Parliament House. #MyParliamentMyPride https://t.co/n92MWInrTH
— BJP (@BJP4India) May 28, 2023
बताते चलें कि नए संसद भवन के निर्माण के लिए देश भर से सामग्रियाँ जुटाई गई हैं। जैसे कि नागपुर से सागौन की लकड़ी, राजस्थान के सरमथुरा से सैंडस्टोन, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से कालीन, अगरतला से बाँस की लकड़ी और महाराष्ट्र के औरंगाबाद और जयपुर से अशोक प्रतीक को मँगवाया गया है।