Monday, December 23, 2024
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भजन शुरू होते ही रोकने आ जाती है पुलिस, अंजान लोग शिकायत कर देते हैं: गुरुग्राम के कैफे में जिन्होंने किया था ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ, वो आर्टिस्ट डरे

विवेक गुलाटी के मुताबिक तमाम दबाव और तनाव के बावजूद वो अभी भी साथी कलाकारों के साथ हनुमान चालीसा वाला कार्यक्रम करवाते हैं। हालाँकि अब होने वाली जैमिंग को विवेक ने बिना म्यूजिक आदि के एकदम सादे कार्यक्रम जैसा बताया। हालाँकि विवेक गुलाटी का कहना है कि इतना सब कुछ करने के बावजूद अभी भी पुलिस जब-तब आ जाती है।

कुछ दिनों पहले गुरुग्राम में युवाओं के एक ग्रुप में एक कैफे के आगे हनुमान चालीसा का पाठ कर के देश भर का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। तब लोगों ने इसे नई पीढ़ी के लिए अच्छा संकेत बताया था। तब ऑपइंडिया से बातचीत में इस कार्यक्रम के आयोजक और केक डिजायर नाम के कैफे के मालिक विवेक गुलाटी ने देशवासियों से मिले प्रेम का धन्यवाद करते हुए भविष्य में अयोध्या से रामेश्वर तक की एक यात्रा अपने साथी कलाकारों के साथ करने की तैयारी बताई थी। फिलहाल अब वही कैफे मालिक और उनके साथी तमाम तरह की समस्याओं से घिर चुके हैं। उनके इस कार्यक्रम को बंद करवाने के लिए पुलिस से दबाव भी बनवाया जा रहा है। ऑपइंडिया की टीम से गुरुवार (25 मई 2023) को विवेक गुलाटी ने अपनी व्यथा बताई।

कार्यक्रम शुरू होते ही पुलिस को जाने लगती हैं शिकायतें

विवेक गुलाटी ने काफी भारी मन से हमें बताया कि शुरू के कुछ दिन तो सब सही रहा लेकिन अब हालात उनके लिए अच्छे नहीं हैं। उनका कहना है अपने साथी कलाकारों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत करने के कुछ ही देर बाद वहाँ पुलिस पहुँच जाती है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस पहुँचने की वजह विवेक ने उनके पास जाने वाली अलग-अलग नंबरों से कॉल को बताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पुलिस से शोर आदि की शिकायत करते हैं और पुलिस पहुँच कर उन्हें नसीहत देने लगती है। हालाँकि ऐसा कर कौन रहा है ये विवेक को नहीं पता था।

आस-पास के दुकानदारों को भी बुलवाया जा रहा थाने

कैफे मालिक ने हमें बताया कि पुलिस को अनजान नंबरों से शिकायती कॉल आना उनके हनुमान चालीसा के वीडियो वायरल होने के लगभग सप्ताह भर बाद शुरू हुई। उनका दावा है कि पुलिस माह में लगभग 1 दर्जन बार या तो उनके कैफे पर आई या उन्हें थाने बुलाया गया। इस दौरान विवेक से आस-पास के दुकानदारों से नो ऑब्जेक्शन का पत्र भी माँगा गया जिसे देने के बाद भी अभी तक पुलिस आए दिन उन्हें टोक रही है। हालाँकि पड़ोसी दुकानदारों को भी विवेक के कार्यक्रम से समस्या नहीं फिर भी बकौल विवेक पुलिस का आना जारी है। ऑपइंडिया को मिले एक ऑडियो में विवेक को आस-पास के लोगों को लेकर 1 घंटे में थाने पहुँचने के लिए भी कहा गया है।

डर गए हैं कलाकार

विवेक का कहना है कि उनके साथ संघर्षशील कलाकार जुड़े हुए हैं जो बार-बार पुलिस के आने से डर गए हैं। इस वजह से उन्होंने जैमिंग में आने वाले कलाकारों की तादाद में भी कमी होना बताया। बकौल विवेक उनके साथ तमाम आर्टिस्ट ऐसे गरीब घरों से भी हैं जो अपने लिए म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स भी नहीं ले सकते थे। इस पूरे मामले को अपनी प्रताड़ना बताते हुए कैफे मालिक ने कहा कि इस से युवा और ऊर्जावान कलाकारों के भविष्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है क्योंकि जैमिंग से मिली प्रसिद्धि ने न सिर्फ आत्मबल बल्कि कई ऑफर भी मिल रहे थे।

बाँध के रख दिए म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स

विवेक हमें अपने साथ उस जगह पर ले गए जहाँ तमाम म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स रखे हुए थे। ये सारे सामान उनके ही कैफे के बेसमेंट में एक कोने में पड़े थे। कुछ वाद्य यंत्रो पर धूल भी जमने लगी है। इसकी वजह पूछने पर विवेक ने कहा कि पुलिस ने उन्हें सख्त हिदायत दी है कि वो शोर-शराबा बिलकुल भी न करें। ऑपइंडिया को मिले एक वीडियो में आर्टिस्ट और विवेक को कुछ पुलिसकर्मी हिदायत देते देखे जा सकते हैं। इस हिदायत में पुलिसकर्मी जैसे के साथ तैसा करने और लाईसेंस ले कर संगीत बजाने आदि की बातें कह रहे हैं। इस दौरान विवेक ने लोगों को अपने कार्यक्रम से मानसिक शांति मिलने की दलील दी तो उस पर पुलिस वाले का जवाब था कि ये तुम्हारी जिम्मेदारी नहीं है।

धूल खाता गिटार

दर्शकों की कुर्सियाँ भी पैक

केक डिजायर कैफे के एक कोने में हमें कुछ कुर्सियाँ पैक रखी हुई दिखीं। जब हमने विवेक से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने उसे दर्शकों की कुर्सियाँ बताया। उन्होंने बताया कि बार-बार पुलिस के आने से सिर्फ आर्टिस्टों की ही नहीं बल्कि दर्शकों की भी संख्या काफी कम हुई है। कभी दर्शकों को भक्ति भजन से सुकून मिलने की याद दिलाते कहते हुए विवेक का कहना था कि कोई भी पुलिस से पंगा नहीं लेना चाहता।

पैक कर के रखी गईं कुर्सियाँ

विवेक का यह भी दावा है कि इस बीच कोई एक व्यक्ति ग्राहक बन कर बाजार आया था और उसने भी बड़े गलत तरीके से उनसे म्यूजिक आदि बंद करने के लिए काह। हालाँकि विवेक उस व्यक्ति का नाम और पहचान नहीं बता पाए।

पहले जुटते थे शराबी तब नहीं थी दिक्कत

कैफे केक डिजायर के मालिक विवेक का दावा है कि जिस स्थान पर वो और उनके साथी आर्टिस्ट हनुमान चालीसा का शाम को पाठ करते हैं वहाँ कभी शराबियों का जमावड़ा हुआ करता था। विवेक गुलाटी ने हमें बताया कि जब उस जगह कोई सभ्य आदमी खड़ा नहीं हो सकता था तब किसी को दिक्कत नहीं थी लेकिन जब वहाँ साफ-सफाई करवा कर भगवान का नाम लिया जा रहा तब पुलिस में शिकायतें शुरू हो गईं। हालाँकि विवेक गुलाटी ने पुलिस के बार-बार आने को वर्दी वालों की मजबूरी और किसी की शिकायत पर कंट्रोल रूम से मिला आदेश बताया।

अब सादे समारोह जैसे कायर्क्रम

फ़िलहाल खुद विवेक गुलाटी के मुताबिक तमाम दबाव और तनाव के बावजूद वो अभी भी साथी कलाकारों के साथ हनुमान चालीसा वाला कार्यक्रम करवाते हैं। हालाँकि अब होने वाली जैमिंग को विवेक ने बिना म्यूजिक आदि के एकदम सादे कार्यक्रम जैसा बताया। हालाँकि विवेक गुलाटी का कहना है कि इतना सब कुछ करने के बावजूद अभी भी पुलिस जब-तब आ जाती है।

गौरतलब है कि पिछली रिपोर्ट्स में हमें विवेक के धार्मिक स्वभाव के बारे में बताया था। इस बार हमें उनके कैफे में जा कर देखा तो कैश काउंटर के पास बने मंदिर में हिन्दू देवताओं और सिख गुरुओं की तमाम तस्वीरें लगी हुई थीं।

कैफे का कैश काउंटर

जब हमने केक डिजायर कैफे के आस-पास मौजूद कुछ लोगों से बात की तो उन्होंने पुलिस के डर से कैमरे पर न आने की शर्त पर कार्यक्रम के दौरान हो रही शिकायतों पर दुःख जताया।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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