:देश भर में आज गुरुवार (11 अप्रैल 2024) को रमजान के अंतिम दिन मुस्लिमों द्वारा ईद-उल-फितर मनाया जा रहा है। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिदों सहित विभिन्न जगहों पर ईद की नमाज पढ़ी। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और पंजाब के लुधियाना जैसी कुछ जगहों पर नमाज के बाद फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए गए और पोस्टर लहराए गए।
अलीगढ़ शहर के पुरानी ईदगाह में नमाज के बाद कुछ युवक हाथों में फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लेकर उसके लिए दुआ माँगी। इन बैनर-पोस्टर पर ‘फ्री फिलिस्तीन’ लिखा हुआ था। इतना ही नहीं, अलीगढ़ में लोगों ने ‘मस्जिदे अक्सा जिंदाबाद’, ‘बैतूल मुकद्दस जिंदाबाद’, ‘गाजा जिंदाबाद’, ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ और ‘नारा-ए-तकबीर अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाए गए।
नारे लगाते हुए और हाथों में फ्री फिलिस्तीन के बैनर देखकर पुलिस हाथ-पाँव फूल गए। उसने हड़बड़ी में ने तीन युवकों को गाड़ी में बैठा लिया। पुलिस को ऐसा करते हुए देखकर मुस्लिमों ने हंगामा शुरू कर दिया। आखिरकार पुलिस ने तीनों के नाम-पते पूछकर जाने दिया। इनमें एक शाहजमाल निवासी अबरार बताया गया है। सीओ अभय पांडे ने बताया कि युवकों को हिदायत देकर जाने दिया गया है।
इतना ही नहीं, यूपी में सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद अलीगढ़ में कुछ युवकों ने सड़क पर नमाज पढ़ी और कानून की धज्जियाँ उड़ाने की कोशिश की। सड़कों पर नमाज पढ़ने वाले ये सभी लोग शाहजमल ईदगाह जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही बीच सड़क पर बैठकर नमाज पढ़ने लगे। इसको लेकर जब उनके पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ईदगाह पहुँचने पर देर हो जाती।
दरअसल, ईद को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। मस्जिदों और नई एवं पुरानी ईदगाह के आसपास पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। इस दौरान खुफिया तंत्र भी सतर्क रहा। हालाँकि, फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाकर और बैनर दिखाकर माहौल खराब करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।
वहीं, पंजाब के लुधियाना में भी ऐसा ही हुआ। फिलिस्तीन और गाजा के पक्ष में दुआ पढ़ी गई। लुधियाना के जामा मस्जिद पर फिलिस्तीन का झंडा लहराया गया। यहाँ नमाज पढ़ने आने वाले अधिकांश लोगों के हाथों में फिलिस्तीन के समर्थन में और इजरायल के विरोध में बैनर थे। इस दौरान फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए जाने की बात भी कही जा रही है।
लुधियाना में शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि ईद के दिन फिलीस्तीन के मजलूम मुस्लिमों को नहीं भुलाया जा सकता। उनका इजरायल द्वारा नरसंहार किया गया है। उसकी गुंडागर्दी को सहन नहीं किया जा सकता। इजरायल का हर एक कदम गैर-इंसानी और गैर-कानूनी है। उन्होंने कहा कि आवाज उठाना मुस्लिमों की जिम्मेदारी है।
बता दें कि ऐसा सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि दुनिया भर के मुस्लिम देश गाजा और फिलिस्तीन को लेकर दुआ पढ़ रहे हैं। फिलिस्तीन और गाजा के मुस्लिमों की सलामती की दुआ माँग रहे हैं। बताते चलें कि पिछले साल अक्टूबर में फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर अचानक हमला करके 250 लोगों मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा पर जबरदस्त कार्रवाई की थी।