Sunday, November 17, 2024
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शरजील इमाम को ‘देशद्रोही’ कहने पर चुनाव विश्लेषक के साथ शाहीन बाग़ मीडिया संयोजक ने की बदसलूकी

“कॉलर पकड़ना और गालियाँ सुनना वह कीमत है जो मुझे शरजील इमाम को देशद्रोही कहने के लिए चुकानी पड़ी। लेकिन शरजील इमाम के सभी मूक समर्थकों सुन लो। मुझे यह कहने से कोई नहीं रोक सकता कि शरजील इमाम और उनके जैसे लोग हमारे देश के लिए देशद्रोही और खतरा हैं।”

चुनाव विश्लेषक और ‘जन की बात’ के CEO प्रदीप भंडारी को असम को भारत से काटने की बात करने वाले शरजील इमाम को देशद्रोही कहना भारी पड़ गया। दरअसल प्रदीप भंडारी रिपब्लिक टीवी के शो ‘ललकार’ को होस्ट कर रहे थे। इस दौरान जैसे ही उन्होंने इमाम को देशद्रोही और देश के लिए खतरा बताया, एक पैनलिस्ट पहले तो जोर-जोर से चिल्लाने लगा और फिर उनके साथ बदसलूकी भी की।

शो के दौरान प्रदीप भंडारी पैनलिस्ट से सवाल पूछते हैं कि जो शरजील इमाम को सपोर्ट करते हैं? जिसकी आतंकवादी सोच है। शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को। शरजील इमाम के लिए देशद्रोही शब्द सुनते ही गुस्से से भरे पैनलिस्ट ने प्रदीप भंडारी की कॉलर पकड़ ली और बदसलूकी करने लगा, गालियाँ देने लगा।

घटना के बारे में ट्वीट करते हुए प्रदीप भंडारी ने कहा, “कॉलर पकड़ना और गालियाँ सुनना वह कीमत है जो मुझे शरजील इमाम को देशद्रोही कहने के लिए चुकानी पड़ी। लेकिन शरजील इमाम के सभी मूक समर्थकों सुन लो। मुझे यह कहने से कोई नहीं रोक सकता कि शरजील इमाम और उनके जैसे लोग हमारे देश के लिए देशद्रोही और खतरा हैं।”

गौरतलब है कि पिछले दिनों शरजील इमाम का विवादित वीडियो सामने आया था। जिसमें वो नॉर्थ ईस्ट को भारत से काटने की बात करता है। शरजील ने वीडियो में कहा था, “असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और इंडिया कटकर अलग हो जाए, तभी ये हमारी बात सुनेंगे। असम में मु###नों का क्या हाल है, आपको पता है क्या? CAA-NRC लागू हो चुका है वहाँ। डिटेंशन कैंप में लोग डाले जा रहे हैं और वहाँ तो खैर कत्ले-आम चल रहा है। 6-8 महीनों में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया गया वहाँ, हिंदु हो या मु###न। अगर हमें असम की मदद करनी है तो हमें असम का रास्ता बंद करना होगा फौज के लिए और जो भी जितना भी सप्लाई जा रहा है बंद करो उसे। बंद कर सकते हैं हम उसे, क्योंकि चिकन नेक जो इलाका है, वह मुस्लिम बहुल इलाका है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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