मध्य प्रदेश के सीधी से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वक व्यक्ति को एक गरीब के ऊपर पेशाब करते हुए देखा जा सकता है। आरोपित का नाम प्रवेश शुक्ला बताया जा रहा है, जो गरीब और बेसहारा शख्स के ऊपर पेशाब पेशाब करते हुए सिगरेट भी फूँक रहा होता है। वीडियो वायरल होने के बाद इसे भाजपा नेता बताया जाने लगा, लेकिन सीधी के विधायक केदारनाथ शुक्ला के बेटे गुरुदत्त शरण शुक्ल ने साफ़ कर दिया है कि ये व्यक्ति भाजपा का पदाधिकारी नहीं है।
उधर जैसे ही ये घटना सामने आई, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश दिया और खुद इसकी निगरानी की। उन्होंने कहा कि सीधी जिले का ये वीडियो उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि न सिर्फ आरोपित को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, बल्कि उस पर NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगा कर उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए। सीएम चौहान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
मेरे संज्ञान में सीधी जिले का एक वायरल वीडियो आया है…
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 4, 2023
मैंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अपराधी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर एनएसए भी लगाया जाए।
सोशल मीडिया में सीढ़ियों पर बैठे जनजातीय समाज के व्यक्ति पर पेशाब करने वाला को स्थानीय विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि बताया गया, लेकिन खुद विधायक ने इससे इनकार किया है। पीड़ित की पहचान पाले कोल के रूप में हुई है। भाजपा MLA केदार शुक्ला ने स्पष्ट किया है कि प्रवेश शुक्ला उनका प्रतिनिधि नहीं है। कॉन्ग्रेस ने इस मामले पर राजनीति शुरू कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि जनजातीय समाज पर अत्याचार में मध्य प्रदेश नंबर वन है।
भाजपा के मीडिया विंग ने भी स्पष्ट किया है कि आरोपित पार्टी का नेता नहीं है। मध्य प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति का भारतीय जनता पार्टी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने साफ़ किया कि हर कुत्सित कृत्य जो आदिवासी समाज के विरोध में किया जाएगा, भारतीय जनता पार्टी उसका सदैव विरोध करेगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश भाजपा इस व्यक्ति के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की माँग करती है।