Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजइलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मो शाहिद समेत 30 गिरफ्तार: खुद गए मरकज, विदेशी जमातियों...

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मो शाहिद समेत 30 गिरफ्तार: खुद गए मरकज, विदेशी जमातियों को भी छिपाया

प्रयागराज स्थित शिवकुटी के रसूलाबाद में रहने वाले राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शाहिद सहित शाहगंज की अब्दुल्ला मस्जिद और करेली की हेरा मस्जिद से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने इन जमातियों को संरक्षण दिया।

उत्तर प्रदेश में सरकार और पुलिस विभाग के बार-बार कहने के बावजूद तबलीगी जमात के लोग अब भी कई जिलों में पकड़े जा रहे हैं। ताजा मामला प्रयागराज का आया है। यहाँ पुलिस ने सोमवार (अप्रैल 20, 2020) को देर रात छापेमारी करके 30 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से 19 लोग जमाती हैं, जिनमें 16 विदेशी (7 इंडोनेशिया और 9 थाईलैंड) के भी हैं। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उनमें एक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी शामिल हैं।

राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी जमातियों को शरण दिलाने और चोरी से छिपकर रहने में मदद की थी। जिसके कारण पुलिस ने उन्हें भी महामारी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। वहीं विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत हुई। साथ ही जमातियों के साथ इनके 12 मददगार लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। कुल मिलाकर तीन थाना क्षेत्रों से 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

पुलिस का कहना है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद कई जमाती प्रयागराज आए थे। इनमें वे जमाती भी थे, जो थाईलैंड और इंडोनेशिया के नागरिक थे और टूरिस्ट वीजा पर दिल्ली आए और फिर वहाँ से प्रयागराज आ गए। मगर, प्रदेश सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद कि जो भी जमाती राज्य में हैं वे सामने आ जाएँ, ये जमाती सामने नहीं आए। अब इनकी गिरफ्तारी करेली, शाहगंज और शिवकुटी इलाके से हुई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इलाहाबाद के प्रोफेसर के बारे में पुलिस को खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी थी कि शिवकुटी के रसूलाबाद में रहने वाले राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शाहिद दिल्ली के मरकज में हुई तबलीगी जमात में शामिल होने गए थे। वहाँ से आने के बाद वह गुपचुप शहर आ गए लेकिन पुलिस या प्रशासन को इसकी सूचना नहीं दी।

इस सूचना के आधार पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए प्रोफेसर शाहिद को पकड़ा। बाद में उनके परिवार को क्वारंटाइन किया गया और फिर पड़ताल के बाद अन्य 19 जमातियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 19 जमातियों में से 16 इंडोनेशिया और थाइलैंड के रहने वाले हैं।

एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने इस संबंध में बताया कि पकड़े गए आरोपितों में इंडोनेशिया के 7, थाईलैंड के 9, केरल और पश्चिम बंगाल का एक-एक जमाती शामिल है। उन्होंने बताया कि शाहगंज की अब्दुल्ला मस्जिद और करेली की हेरा मस्जिद से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने इन जमातियों को संरक्षण दिया। सभी आरोपियों को क्वारंटाइन किया गया है। वहाँ अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाई गई है।

बता दें कि इससे पहले योगी सरकार के मंत्री बृजेश पाठक ने कहा था कि जो लोग कोरोना को छुपा रहे हैं और फैला रहे हैं, उन पर अटेम्पट टु मर्डर का केस दर्ज होना चाहिए। इसके अलावा योगी सरकार ने सख्त आदेश देते हुए कहा था कि पुलिस दो दिन में सभी जमातियों को ढूँढे। उन्होंने कहा था कि अगर दो दिन में जमाती नहीं मिले, तो थानेदारों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इस्लामी लुटेरे अहमद शाह अब्दाली को रोका, मुगल हो या अंग्रेज सबसे लड़े: जूनागढ़ के निजाम ने जहर देकर हिंदू संन्यासियों को मारा, जो...

जूना अखाड़े के संन्यासियों ने इस्लामी लुटेरे अहमद शाह अब्दाली और जूनागढ़ के निजाम को धूल चटाया और अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया।

मौलाना की बेटी ने 12 साल की उम्र में छोड़ा घर, बन गई शांति देवी: स्वामी श्रद्धानंद के अभियान से हिरोइन तबस्सुम की माँ...

अजहरी बेगम के शांति देवी बनने के बाद इस्लामी कट्टरपंथी भड़क गए। उन्होंने अपने मजहब के लोगों को स्वामी जी के खिलाफ भड़काना शुरू किया और 23 दिसंबर अब्दुल रशीद ने आकर उनकी हत्या की।
- विज्ञापन -