चचेरी बहन से छेड़खानी का विरोध करने वाले 16 साल के सत्यम शर्मा को पहला थप्पड़ ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ ने ही मारा था। छेड़खानी करने वाले नाबालिगों में से एक यूसुफ का बेटा और दो भांजे हैं। मीडिया रिपोर्टों से यह बात सामने आई है। 10वीं के छात्र सत्यम की प्रयागराज के खीरी में 28 अगस्त 2023 को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद यूसुफ सहित 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें दूसरा नामजद मोहसिन और तीनों नाबालिग भी शामिल हैं। घटना के बाद से ही खीरी में तनाव बना हुआ है। आक्रोशित ग्रामीणों ने घंटों प्रदर्शन किया था। वे आरोपितों के घर पर बुलडोजर चलाने की माँग कर रहे थे।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार तुर्कपुरवा ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ का बेटा परमानंद इंटर कॉलेज में पढ़ता है। इसी स्कूल का छात्र सत्यम भी था। उसकी बहन भी यहीं पढ़ती है। हत्या की घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने बताया भी था उनकी लड़की के साथ स्कूल में भी छेड़छाड़ की घटना हुई थी। इसकी शिकायत भी उन्होंने स्कूल प्रबंधन से की थी।
दैनिक जागरण ने मौके पर मौजूद लोगों के हवाले से बताया है कि सत्यम को पहला थप्पड़ मोहम्मद यूसुफ ने ही मारा था। इसके बाद अन्य आरोपितों ने उस पर हमला किया था। कथित तौर पर जब सत्यम की निर्ममता से पिटाई हो रही थी तब यूसुफ गाली भी दे रहा था। उसे हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया गया है। उसकी ग्राम प्रधान की कुर्सी भी जा सकती है।
डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि प्रधान के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। प्रधान के हत्या के मुकदमा में नामजद हो जाने के चलते गांव में प्रशासनिक कमेटी गठित होगी। इसके बाद उप चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। मोहम्मद यूसुफ पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ग्रामीणों ने उसके कार्यकाल में कराए गए कार्यों में फर्जीवाड़े की भी शिकायत दी है। सीडीओ गौरव कुमार ने इस भी कार्यों का जाँच कराने की बात कही है।
Muslim boys killed a Hindu boy for stopping him from molesting his sister in #Prayagraj #UP. Mohsin and Mohammad Yusuf used to molest Satyam's sister.
— Aryan (@i_introvrt_aj) August 29, 2023
Kheri police station in-charge and outpost in-charge of #UPPolice suspended for negligence. pic.twitter.com/RZAb8sh0n3
क्या है मामला
पुरादलू गाँव के रहने वाले सत्यम शर्मा पर हमला मोहम्मद यूसुफ के घर के सामने ही हुआ था। स्कूल में छुट्टी के बाद वह अपनी बहन के साथ घर लौट रहा था। तुर्कपुरवा मोहल्ले में उसकी बहन के साथ छेड़खानी हुई। विरोध करने पर उसके सिर पर पटरे से वार किया गया। वह लूहलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद आरोपित धमकी देते हुए चले गए।
सत्यम की बहन ने बताया था कि इस दौरान वह मदद के लिए चिल्लाती रही। लेकिन कोई आगे नहीं आया। बाद में उसके भाई को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सत्यम की बहन ने बताया था, “सोमवार को स्कूल बंद होने के बाद हम दोनों घर जा रहे थे। तुर्कपुरवा मोहल्ले में इसी गाँव के और हमारे स्कूल में पढ़ने वाले गैर-समुदाय के छात्रों ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मुझे खींचने की कोशिश करने लगे। मैं चिल्लाई तो भाई उनसे भिड़ गया। इसके बाद उन्होंने मेरे भाई पर हमला कर दिया। पटरे से उसे तब तक मारा जब तक वह जमीन पर गिर नहीं गया। फिर हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले।”
शुरुआत में पुलिस इसे स्कूली विवाद में पिटाई बता रही थी, जबकि पीड़ित परिजनों का स्पष्ट तौर पर कहना था कि छेड़खानी का विरोध करने पर सत्यम की हत्या की गई। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बाद में खीरी थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया था।