महाराष्ट्र के पुणे में पोर्शे गाड़ी से दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचल कर मार देने वाले 17 वर्षीय लड़के ने गाड़ी चलाने से पहले शराब पी थी। उसके शराब पीने का एक कथित CCTV वीडियो भी सामने आया है। यह भी पता चला है कि उसकी पोर्शे गाड़ी का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया था। लड़के को जहाँ 15 घंटे में जमानत मिल गई थी, वहीं उसके पिता को अब महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार (18 मई, 2024) की रात को गाड़ी से दो लोगों को कुचल कर मारने से कुछ घंटे पहले 17 वर्षीय लड़के ने एक बार में बैठ कर शराब पी थी। यहाँ वह अपने दोस्तों के साथ बैठा था। यह CCTV वीडियो में भी दिखा है, वह इसके बाद ग्लास लेकर मेज से उठ जाता है। पुणे पुलिस कमिश्नर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि लड़के ने दो लोगों को रौंदने से पहले शराब पी थी। यह घटना भी शराब के नशे में होने के कारण हुई।
यह भी सामने आया है कि जिस पोर्शे टायकान गाड़ी से लड़के ने दो लोगों को रौंद कर मार दिया, वह बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ रही थी। यह गाड़ी मार्च से ही पुणे में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही थी। टाइम्स ऑफ़ इंडिया को पुणे के RTO संजीव भोर ने बताया, “कार को बेंगलुरु में एक डीलर के माध्यम से बुक किया गया था, जिसने इस साल मार्च में गाड़ी की डिलीवरी देने से पहले अस्थायी रजिस्ट्रेशन दिया था। इसका रजिस्ट्रेशन कराना मालिक की जिम्मेदारी थी।”
आगे उन्होंने बताया, “गाड़ी को पुणे RTO में लाया गया था और उसकी जाँच भी हुई थी। हालाँकि, गाड़ी के मालिक ने इसके रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी फीस नहीं जमा की। चूंकि इसकी फीस नहीं जमा थी, इसलिए इसका रजिस्ट्रेशन नम्बर नहीं दिया जा सका।” यह कानून का भी उल्लंघन है। अधिकांश मामलों में गाड़ी खरीदने के साथ जबकि कुछ मामलों में गाड़ी खरीदने के कुछ दिनों के भीतर नया नम्बर मिल जाता है, जिसे सही ढंग से गाड़ी पर लगाना होता है। ऐसा ना करने पर चालान और गाड़ी सीज होने की कार्रवाई हो सकती है।
लड़के को जहाँ इस मामले में कुछ ही घंटे बाद जमानत मिल गई थी, वहीं उसके पिता को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। वह घटना के बाद से फरार था। उसे महाराष्ट्र पुलिस की टीमें तलाश रहीं थी। लड़के के बिल्डर पिता को महाराष्ट्र के ही छत्रपति संभाजी नगर से गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी सोमवार (20 मई, 2024) को हुई है। उसके पिता को गिरफ्तार करके पुणे लाया गया है।
गौरतलब है कि 18 मई की रात पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक अनियंत्रित पोर्शे कार ने बाइक पर जा रहे एक महिला और एक पुरुष को कुचल कर मार दिया था। यह दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। इनकी पहचान अनीस दूधिया और अश्विनी कोस्टा के रूप में की हुई थी। पोर्शे गाड़ी इस दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त हो गई थी और 17 वर्षीय लड़के को पकड़ लिया गया था। उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 15 घंटे के भीतर इस शर्त पर जमानत दे दी थी कि वह एक 300 शब्द का निबन्ध ट्रैफिक समस्या पर लिखेगा।