राजस्थान के एक कॉलेज में नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयपुर के राजस्थान कॉलेज में शुक्रवार (12 नवंबर 2021) को नमाज पढ़ने का मामला सामने आने के बाद सियासत गरमा गई है। इसको लेकर सोमवार (15 नवंबर 2021) को कॉलेज परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद कॉलेज के प्रिंसिपल ने परिसर में धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सूचना मिलते ही पुलिस कॉलेज पहुँची, जहाँ एबीवीपी के छात्रों के बीच नोकझोंक भी हुई। इस सबके बीच कॉन्ग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने नमाज का फिर समर्थन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनएसयूआई से जुड़े इसको लेकर पुलिस से भी भिड़ गए। उन्होंने कहा कि छात्रों को या तो अलग से जगह आवंटित की जाए या फिर खुले में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाए। दूसरी ओर ABVP का कहना है कि इस तरह की अनुमति कॉलेज परिसर में नहीं दी जानी चाहिए।
क्या है पूरा मामला
राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित राजस्थान कॉलेज के कैम्पस में शुक्रवार (12 नवम्बर 2021) को नमाज पढ़ने वाले कुछ मुस्लिम छात्रों को टोकने के बाद विवाद बढ़ गया। यह रोक-टोक कॉलेज के सुरक्षा गार्डों और शिक्षक ने की थी। नमाज़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। एनएसयूआई ने विरोध करते हुए आरोप लगाया था कि नमाज पढ़ने से रोकने वाले शिक्षक आरएसएस से जुड़े हैं।
राजस्थान भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने आरोप लगाया था कि नमाज पढ़ने के लिए मौलवी भी बुलाया गया था। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर घटना का वीडियो भी शेयर किया था। उन्होंने लिखा था, “जयपुर के सरकारी कॉलेज (राजस्थान कॉलेज) परिसर में ही इब्राहिम नमाज़ पढ़ रहा है, एक मौलवी भी दिख रहा है। धमकी और साथ में, फ़ीस देते हैं पढ़ेंगे नमाज़।”