राजस्थान में जनजातीय महिलाओं को हिंदू न होने का ज्ञान देने वाली सरकारी टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। टीचर का नाम मेनका डामोर है। उनके खिलाफ राजस्थान आचरण नियम के तहत एक्शन लिया गया है।
बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में 19 जुलाई को आयोजित एक विशाल रैली में मेनका ने एक सार्वजनिक सभा में जनजातीय महिलाओं से पंडितों की बातों का पालन करने की बात कही थी।
Tribal families do not apply sindoor, do not wear mangalsutra. Women and girls of the tribal society should focus on education. From now on, everyone should stop fasting. We are not Hindus : Maneka Damor, founder member of the Adivasi Parivar Sanstha pic.twitter.com/DjQHjegnI1
— Syed Rafi – నేను తెలుగు 'వాడి'ని. (@syedrafi) July 18, 2024
उन्होंने कहा था, “जनजातीय परिवार सिंदूर नहीं लगाते, मंगलसूत्र नहीं पहनते। जनजातीय समाज की महिलाओं और लड़कियों को शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। आज से सभी व्रत-उपवास बंद कर दें। हम हिंदू नहीं हैं।”
Rajasthan government should prove Maneka Damor to be a Hindu or withdraw the suspension of Maneka Damor with immediate effect, otherwise the tribal community will come on the streets!!#IStandWithMenkaDamor
— दिपक भील (INDIGENOUS 🇮🇳🌍) (@DipakBhil0037) July 26, 2024
Feedback@rajeduofficial @EduMinOfIndia @TribalAffairsIn @roat_mla pic.twitter.com/359COUbyUf
उनके इसी बयान के खिलाफ पहले जनजातीय समाज की महिलाओं ने आपत्ति जताई और उसके बाद सरकार के शिक्षा विभाग ने इस पर एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया। रिपोर्ट्स में बताया गया कि राजस्थान शिक्षा विभाग ने जनजातीय महिलाओं को सिंदूर न लगाने और मंगलसूत्र न पहनने के लिए कहने वाली महिला शिक्षिका मेनका डामोर को निलंबित कर दिया है।
The #Rajasthan Education Department has suspended a female teacher, #ManekaDamor for asking tribal women not to apply Sindoor and wear a Mangalsutra, officials said.
— Afternoon Voice (@Afternoon_Voice) July 26, 2024
At a mega rally held on July 19 at the Mangarh Dham in Banswara, Damor said that tribal women should not follow… pic.twitter.com/pFazwBfoKm
जानकारी के अनुसार मेनका डामोर जनजातीय परिवार संस्था की संस्थापक भी हैं और सादा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ हैं। उन्होंने जिस कार्यक्रम में अपना विवादित बयान दिया है वहाँ हजारों जनजातीय महिलाएँ उपस्थित थीं।