भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में हुई किसानों की महापंचायत को सफल बताया है। राकेश टिकैत ने दावा किया है कि मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत बेहद सफल रही। उन्होंने कहा कि सड़कों पर 21 किमी तक लोगों का हुजूम था। किसान महापंचायत में 20 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। सड़कें ब्लॉक होने के कारण स्थानीय लोग इसमें शामिल नहीं हो सके।
‘कृषि कानूनों की वापसी तक जारी रहेगा आंदोलन’
जब तक 3 कृषि कानूनों की वापसी नहीं होगी तब तक हम ना ही धरना स्थल छोड़ेंगे और ना ही आंदोलन छोड़ेंगे: गाज़ियाबाद में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत #FarmLaws pic.twitter.com/qdHxesRbOX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 6, 2021
इसके साथ ही टिकैत ने कहा कि जब तक तीन कृषि कानूनों की वापसी नहीं होगी तब तक हम ना ही धरना स्थल छोड़ेंगे और ना ही आंदोलन छोड़ेंगे। वहीं राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए कहा, “भीड़तंत्र ही लोकतंत्र में सबसे बड़ा हथियार है। कोरोना से ज्यादा खतरनाक है सरकार के कानून, कोरोना एक बार मारेगा ये तिल- तिल मारेंगे।” राकेश के इस ट्वीट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
भीड़तंत्र ही लोकतंत्र में सबसे बड़ा हथियार है “कोरोना से ज्यादा खतरनाक है सरकार के कानून, कोरोना एक बार मारेगा ये तिल- तिल मारेंगे”#FarmersProtest pic.twitter.com/gqTgG1fADZ
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 6, 2021
एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ग्राउंड रिपोर्ट ये बता रहा है कि रैली में लगभग 130-140 करोड़ लोग जुटे थे।”
ग्राउंड रिपोर्ट ये बता रहा है कि रैली में लगभग 130-140 करोड़ लोग जुटे थे। #OlaHuUber
— ATryambak 🇮🇳 (@ashu_tryambak) September 6, 2021
वेंकटेश भारद्वाज ने लिखा, “कानून में काला क्या है टिकैत जी ये तो बताइए? हिंदुस्तान में ज्यादा खतरनाक झूठ बोलने वाले और अपने स्वार्थ साधने के लिए जनता को मूर्ख बनाकर मासूम जनता को ठगने वाले लोग हैं।”
कानून में काला क्या है टिकैत जी ये तो बताइए?
— Venkatesh bharadwaj (@Rajkulk73823001) September 6, 2021
हिंदुस्तान में ज्यादा खतरनाक झूठ बोलनेवाले और अपने स्वार्थ साधने केलिए जनता को मुर्ख बनाकर मासूम जनता को ठगनेवाले लोग है….
पुष्पेंद्र शर्मा ने लिखा, “2007 में मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से निर्दलीय और 2014 में अमरोहा से आरएलडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ और हार कर जमानत जब्त करवाने वाले एक जातिवादी नेता ने आज मुजफ्फरनगर की राजनैतिक रैली में ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगा कर अपना चुनाव प्रचार शुरू किया।”
2007 में मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से निर्दलीय और 2014 में अमरोहा से आरएलडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ और हार कर जमानत जप्त करवाने वाले एक जातिवादी नेता ने आज मुजफ्फरनगर की राजनैतिक रैली में ‘अल्लाह ओ अकबर’ का नारा लगा कर अपना चुनाव प्रचार शुरू किया।
— Pushpendra Sharma (@pkamba85) September 6, 2021
कैलाश बेनीवाल ने लिखा, “9 महीनों में किसान आंदोलन 3 कृषि कानून रद्द करो से लेकर आज अल्लाहु अकबर तक आ पहुँचा। डूबा वंश कबीर का उपजा पूत कमाल! टिकैत खान।”
9 महीनों में किसान आंदोलन 3 कृषि कानून रद्द करो से लेकर आज अल्लाह हू अकबर तक आ पहुंचा।
— Kailash Beniwal (@kailash19009727) September 6, 2021
“डूबा वंश कबीर का उपजा पूत कमाल!”
टिकैत खान
गौरतलब है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने रविवार (5 सितंबर, 2021) को किसान मोर्चा की महापंचायत में भीड़ से अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे भी लगवाए। उन्होंने कहा, ”यूपी की जमीन को दंगा करवाने वालों को नहीं देंगे।”
राकेश टिकैत ने कहा था कि जब भारत सरकार उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, वो जाएँगे। जब तक सरकार उनकी माँगे पूरी नहीं करती तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के लिए संघर्ष 90 साल तक चला, इसलिए उन्हें नहीं पता कि यह आंदोलन कब तक चलेगा।
पिछले दिनों स्व-घोषित किसान नेता और ‘आंदोलनजीवी’ राकेश टिकैत की एबीपी न्यूज पर एक डिबेट के दौरान उस समय बोलती बंद हो गई जब एंकर रुबिका लियाकत ने उनसे नए कृषि कानूनों को लेकर सवाल किए। टिकैत इस दौरान न केवल हकलाते हुए बल्कि मुद्दे को घुमाते हुए भी नजर आए।
8 महीने से कथित ‘किसानों’ के साथ प्रदर्शन पर बैठे राकेश टिकैत का मुँह उस समय बिलकुल बंद हो गया जब पूछा गया कि आखिर कृषि कानूनों से समस्या क्या है। एंकर ने उन्हें वो विशेष सेक्शन हाईलाइट करने को कहे जिसके आधार पर प्रदर्शन चल रहा है। कृषि कानूनों की प्रतियाँ लेकर सवाल करने बैठीं रुबिका ने टिकैत से पूछा कि अगर उन्होंने ये कृषि कानूनों को पढ़ा है तो बताएँ कि परेशानी क्या है। इसी सवाल के बाद टिकैत बातों को गोल-मोल करने लगे।