उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra, Uttar Pradesh) में पुलिस ने बंधक बनाकर रखी गई एक नाबालिग लड़की को मुक्त करवाया है। इस मामले में पुलिस ने रशीद और अनीस नाम के 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित पीड़िता को आगरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से बहला-फुसला कर साथ लाए थे। हिन्दू संगठनों ने इस मामले को लव जिहाद बताते हुए आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की माँग की है।
मामला आगरा के थाना क्षेत्र नाई की मंडी का है। इस मामले में वादी खुद पुलिस बनी है। शिकायत दर्ज कराने वाली महिला सब-इंस्पेक्टर किरण रावत ने बताया कि गुरुवार (27 जुलाई 2023) को अपने साथी सिपाहियों के साथ ड्यूटी पर थीं। इस दौरान एक मुखबिर ने उन्हें नाला चूनपचान इलाके में एक नाबालिग लड़की के बंधक होने की सूचना दी।
जिस घर में लड़की के बंधक होने की सूचना मिली वह रशीद नाम के व्यक्ति का था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस जब रशीद के घर पहुँची तो वहाँ गैलरी में 2 लोग बैठे दिखे। पुलिस को देखते ही दोनों भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने दौड़ा कर दोनों को पकड़ लिया। इसमें से एक आरोपित रशीद था जिसकी उम्र लगभग 57 साल है। गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपित अनीस की उम्र लगभग 35 साल है।
जब दोनों से भागने की वजह पूछी गई तो उन्होंने नाबालिग लड़की को बंधक बनाने की बात कबूली। दोनों ने बताया कि वो पीड़िता को आगरा कैंट स्टेशन से अपने साथ लाए थे। पुलिस दोनों आरोपितों को लेकर उनके घर पहुँची तो बाहर से कुण्डी लगी मिली। दरवाजे को खोला गया तो अंदर लगभग 17 वर्षीय एक लड़की मिली। लड़की ने दोनों आरोपितों द्वारा खुद को आगरा कैंट जंक्शन से बहला-फुसला कर लाने की जानकारी दी।
थाना नाई की मंडी से लड़की की सकुशल बरामदगी के संबंध में एसीपी कोतवाली द्वारा दी गई बाइट @CPAgra_ @SurajRai_IPS @agrapolice pic.twitter.com/dNIcf1RdI7
— VOICE INDIA NEWS UP/UK (Pavneet) (@VoiceIndiaNews2) July 29, 2023
पुलिस ने बताया है कि लड़की अपने नाम के अलावा बाकी कुछ नहीं बता पा रही थी। लड़की को हिम्मत दी गई और उसे मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया। पकड़े जाने पर रशीद और अनीस माफ़ी माँगने लगे। दोनों पर IPC की धारा 342, 363 और 366 के तहत FIR दर्ज कर ली गई है और जेल भेज दिया गया है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिन्दू संगठनों ने इस मामले को लव जिहाद बताते हुए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। बताया जा रहा है कि बिहार के छपरा की रहने वाली एक महिला पीड़िता को स्टेशन पर छोड़ कर गई थी।