Friday, April 26, 2024
Homeदेश-समाजरवींद्र जडेजा की पत्नी (BJP नेता) ने लड़कों-मर्दों को झाड़ू-कचरा से जोड़ा, बहुतों को...

रवींद्र जडेजा की पत्नी (BJP नेता) ने लड़कों-मर्दों को झाड़ू-कचरा से जोड़ा, बहुतों को लग गई मिर्ची

"घर में झाड़ू लगाने से दरबारियों (उनका मतलब राजपूत से था, जो उनकी जाति है) की इज्जत में कोई कमी नहीं आएगी।" - रीवाबा जडेजा की यह वीडियो वायरल हो गई है।

भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी हैं रीवाबा जडेजा। एक गाँव में वो महिलाओं को लड़कियों के विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में समझा रही थीं। इसी दौरान उन्होंने एक ऐसा बयान दिया, जो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है।

रीवाबा को ग्रामीणों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि लड़का हो या लड़की, स्त्री हो या पुरुष… घरेलू कामों में सबको हाथ बँटाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने अपने क्रिकेटर पति का उदाहरण दिया।

रीवाबा जडेजा ने सबको बताया कि जब रवींद्र जडेजा को कोई काम करने की जरूरत नहीं भी होती है, तो भी वो मदद करने के लिए रसोई में आते हैं और चाय बनाते हैं।

रीवाबा की यह वीडियो वायरल हो गई है। कई लोग इसे अच्छा बता रहे हैं, तो कई इसके खिलाफ हैं। इस वीडियो में वो कहती हैं कि घर में झाड़ू लगाने से दरबारियों (उनका मतलब राजपूत से था, जो उनकी जाति है) की इज्जत में कोई कमी नहीं आएगी।

रीवाबा जडेजा ने आगे जोर देकर कहा कि हम अपनी बेटियों को समाज में अच्छे से रहना सिखाते हैं, उन्हें शिक्षित करते हैं और उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में सिखाते हैं। लेकिन इससे विपरीत हम शायद ही कभी अपने लड़कों से इन्हीं सब बातों को लेकर बातचीत भी करते हैं।

रीवाबा के इस वीडियो के वायरल होने पर समर्थन और असहमति दोनों पक्षों में सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। अपने आप को स्पष्ट करने के लिए, उन्होंने गुजराती समाचार चैनल वीटीवी को एक साक्षात्कार भी दिया, जहाँ उन्होंने फिर से अपने दृष्टिकोण और मैसेज के बारे में खुल कर बात रखी।

उन्होंने सवाल किया कि समाज में ‘कन्या केलव्नी’ (kanya kelavni, लड़कियों को कौशल-विकसित बनाने की शिक्षा) के बारे में बात की जाती है। लेकिन क्यों ‘कुंवर केलव्नी’ (kunwar kelavni, लड़कों को कुशल-विकसित बनाने की शिक्षा) के बारे में बात नहीं की जाती? एक उदाहरण देते हुए उन्होंने पूछा, “जब एक परिवार में एक लड़का और एक लड़की होती है, तो वे लड़की को प्लेट सिंक में डालने के लिए कहेंगे। लोग अपने बेटों को सिंक में प्लेट रखने के लिए नहीं कहते हैं। जबकि अपना काम करने से कोई छोटा या बड़ा कैसे हो सकता है?”

रीवाबा जडेजा की जो वीडियो क्लिप वायरल हुई है, वह सिर्फ 30 सेकंड की है, जबकि ग्रामीणों के साथ उनकी बातचीत लगभग 2.5 घंटे हुई थी। रीवाबा ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका मैसेज किसी विशेष जाति, समुदाय या लिंग के लिए नहीं था। बल्कि उनके कहने का मकसद यह था कि आम कामों के लिए किसी दूसरे के ऊपर निर्भर रहने के बजाय सभी (लड़का हो या लड़की) को सीखने चाहिए।

आपको बता दें कि रीवाबा जडेजा 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुई थीं। पार्टी में उनके शामिल होने के समय गुजरात के कृषि मंत्री आरसी फलदू और सांसद पूनम महाजन मौजूद थे।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण की 89 सीटों पर मतदान, 1198 उम्मीदवारों का फैसला करेंगे मतदाता, मैदान में 5 केंद्रीय मंत्री और 3 राजघरानों...

दूसरे चरण में 5 केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं, जिसमें वी. मुरलीधरन, राजीव चंद्रशेखर, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे चुनाव मैदान में हैं।

कॉन्ग्रेस ही लेकर आई थी कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण, BJP ने खत्म किया तो दोबारा ले आए: जानिए वो इतिहास, जिसे देवगौड़ा सरकार की...

कॉन्ग्रेस का प्रचार तंत्र फैला रहा है कि मुस्लिम आरक्षण देवगौड़ा सरकार लाई थी लेकिन सच यह है कि कॉन्ग्रेस ही इसे 30 साल पहले लेकर आई थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe