हैदराबाद में पशु चिकित्सक प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) का रेप और निर्मम हत्या के मामले एक और बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रीति के शव को आग लगाने के बाद आरोपित ये पता लगाने के लिए वापस आए कि शरीर पूरी तरह से जला है या नहीं। जानकारी के मुताबिक 2 से 2.30 बजे के बीच शादनगर के चटनपल्ली में पुलिया के नीचे शव को आग लगाने के बाद आरोपित मरवीन, केशवा और रिवा (सभी नाम बदले हुए, क्योंकि इनमें से कोई एक नाबालिग होने की संभावना है) ट्रक और स्कूटर से अपराध स्थल से निकल गए। आरिफ और
मरवीन ट्रक से वहाँ से निकले, जबकि केशवा और रिवा स्कूटर पर निकले। लेकिन कुछ देर बाद मरवीन और रिवा यह देखने के लिए वापस अपराध स्थल पर आए कि प्रीति का शरीर पूरी तरह से जला है या नहीं।
साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर ने कहा कि आरोपित ये देखने के लिए मौके पर वापस आए थे कि शरीर पूरी तरह से तो जल गया है न, जिससे कि पहचान में न आए। इसके बाद फिर उन्होंने स्कूटर पर सवार होकर पुलिया से लगभग 11 किलोमीटर दूर जाकर कोथुर में स्कूटर को छोड़ दिया और फिर चारों ट्रक से आरामगढ़ चौराहे पर गए। वहाँ से मरवीन, केशवा और रिवा अपने घरों के लिए रवाना हुए, जबकि आरिफ शहर में ट्रक अनलोड करने चला गया।
वहीं प्रीति रेड्डी की निर्मम हत्या में मुख्य आरोपित के पिता ने कहा कि दोषी पाए जाने पर उनके बेटे को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंनें कहा कि वे पूरी तरह से जानते थे कि उनके बेटे का आपराधिक स्वभाव है।
मुख्य आरोपित के माता-पिता ने मीडिया को बताया कि वह शुक्रवार (नवंबर 29, 2019) को लगभग 1 बजे घर लौटा था। आते के साथ ही उसने स्कूटर के साथ दुर्घटना होने की बात कही और फिर वो सोने के लिए चला गया। 3 बजे के आसपास पुलिस उनके घर आई और उसे हिरासत में ले लिया। उसकी माँ ने कहा कि वो लोग इससे हैरान थे क्योंकि उन्हें कुछ भी पता नहीं था कि उनके बेटे ने क्या किया है।
इसके साथ ही मुख्य आरोपित माँ ने यह भी कहा कि जब उनका बेटा घर पर होता था तो अन्य तीन आरोपित भी उनके घर आया करते थे। उन्होंने बताया कि वो तीनों पड़ोसी गाँव के रहने वाले हैं। वहीं उसके पिता ने कहा कि उनका मानना था कि उनका बेटा एक सामान्य और अच्छा व्यक्ति था, लेकिन अगर उसने यह किया है और यह सच है तो यह पहली बार होगा जब उसने कोई अपराध किया है। आगे उन्होंने कहा कि अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमसाबाद में 26 वर्षीय महिला डॉक्टर प्रीति रेड्डी की जली हुई लाश मिली। पुलिस ने जाँच की और अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रीति के पोस्टमॉर्टम में पता चला है कि उनके साथ बलात्कार ही नहीं हुआ बल्कि उन्हें गला दबाकर हत्या करने के पहले बुरी तरह टॉर्चर भी किया गया था। और इसके बाद उन्हें जला दिया गया था। इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपित का नाम मो. पाशा है जबकि बाकि तीन हैं– मरवीन, केशवा और रिवा।
चारो आरोपितों को शनिवार (नवंबर 30, 2019) को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि सभी आरोपितों ने अपराध कबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि आरोपितों को अधिकतम सजा देने के लिए महबूबनगर में फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मामला सौंपने का अनुरोध किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद आरिफ और अन्य तीन काफी दिनों से प्रीति के साथ बलात्कार करने की योजना बना रहे थे और टोल प्लाजा पर खड़ी पीड़िता की स्कूटी को भी उन्होंने जानबूझकर पंचर किया था।
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