रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के मालिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और उनके परिवार को जान से मारने तथा रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में बिहार से राकेश मिश्रा (Rakesh Mishra) को गिरफ्तार किया गया है। उसने दावा कि उसके ग्रुप ने ही पुलवामा हमला (Pulwama Attack) किया था।
30 साल के राकेश मिश्रा को बिहार के दरभंगा से गिरफ्तार किया गया है। उसने जिस फोन से अस्पताल में कॉल करके धमकी दी थी, उसका सिम कार्ड उसी के नाम और पते पर पंजीकृत है। Truecaller पर भी उसने अपना असली नाम डाल रखा था। पुलिस को अभी समझ में नहीं आ रहा है कि मिश्रा इस तरह का दावा क्यों कर रहा है।
जोन II के DCP नीलोत्पल ने कहा, “हम अभी भी आरोपी की जाँच कर रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि धमकी देने के पीछे क्या मकसद था।” पुलिस उसकी आवाज का नमूना लेकर उसे कॉल करने वाले की आवाज से मिलान करने का प्रयास कर रही है। राकेश मिश्रा की आवाज के नमूने को जाँच के लिए लिए फोरेंसिक लैब में भेजा जाएगा।
मुंबई पुलिस (Mumbai Police) आरोपित को 6 अक्टूबर 2022 को बिहार के दरभंगा से गिरफ्तार कर मुंबई (Mumbai) ले आई थी। उसे गिरगांव के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उसे 10 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “इससे पहले कि हम उसे गिरफ्तार कर पाते, उसने अपने मोबाइल फोन से डेटा डिलीट कर दिया था। हम इसे पुनः प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। हम उसके खिलाफ धारा 201 (सबूत नष्ट करना) लगाने पर विचार कर रहे हैं।” मिश्रा पर IPC की धारा 506(2) और 507 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
बता दें कि 5 अक्टूबर 2022 को दक्षिण मुंबई स्थित सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के कॉल सेंटर नंबर पर दोपहर और शाम में दो कॉल आए थे। फोन करने वाले ने अस्पताल को उड़ाने की धमकी देने के साथ-साथ मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी, उनके बेटे आकाश अंबानी को जान से मारने और उनके आवास एंटीलिया को उड़ाने की धमकी भी दी थी।
इस साल अगस्त में भी अस्पताल में फोन करके इसी तरह की धमकी दी गई थी। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस तरह के खतरे को देखते हुए खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने हाल ही में अंबानी को ‘Z+’ सुरक्षा प्रदान की है। वहीं, नीता अंबानी को ‘Y+’ सुरक्षा दी गई है।