शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के कारण रविवार (जनवरी 26, 2020) को एक महिला की जान पर बन आई। महिला का पति अपनी बीवी की जान बचाने के खातिर गिड़गिड़ाता रहा। लेकिन शाहीन बाग में बैठी प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस जाने का रास्ता नहीं दिया। नतीतजन महिला की हालत गंभीर होती गई। अंत में महिला को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जहाँ उसकी हालत देखकर उसे वेंटिलेटर पर रखा गया।
पंजाब केसरी की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार की रात से ही 44 वर्षीय मायावती को साँस लेने में तकलीफ हो रही थी। लेकिन रविवार को उनकी तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई। साँस लेने में तकलीफ और दर्द देखकर मायावती के पति देवता प्रसाद मौर्य ने तुरंत एंबुलेंस को फोन किया और ड्राइवर से जल्द से जल्द आने को कहा। लेकिन एंबुलेंस शाहीन बाग में प्रदर्शकारियों के कारण काफी देर अटकी रही।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, मायावती के पति ने बताया कि अगर उनकी बीवी को कुछ भी हुआ, तो इसके लिए सिर्फ़ शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी जिम्मेदार होंगे। इनके कारण दिल्ली-नोएडा का रोड पूरा ब्लॉक हो रहा है। उनके अनुसार सिर्फ प्रदर्शनकारियों के कारण एंबुलेंस सही समय पर नहीं पहुँची। इसकी वजह से उनकी बीवी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। वो अपनी पत्नी को फौरन सफदरजंग अस्पताल लेकर जाना चाहते थे। लेकिन जब काफी समय तक एंबुलेंस नहीं आ पाई, तो उन्होंने एक खुद ऑटो किया और अपनी पत्नी को न्यू फ्रेंड कॉलोनी इलाके के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में मायावती की गंभीर हालत देखकर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
गौरतलब है कि शाहीन बाग पर चल रहे प्रदर्शन के कारण ये पहला मामला नहीं है, जहाँ किसी को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा हो। रोजाना वहाँ से गुजरने वाले लोगों के लिए ये दिक्कत पिछले एक महीने से आम हो गई हैं। सीएए विरोध के नाम पर कालिंदी कुंज रोड को ब्लॉक कर रखा है जो फरीदाबाद, नई दिल्ली और नोएडा को जोड़ती हैं।