उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में गोकश अफजल को पकड़ने गई पुलिस टीम पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने हमला कर दिया। एक सब इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए। आक्रामक भीड़ ने पुलिस की दो गाड़ियों को तोड़ डाला।
घटना मंगलवार (मई 26, 2020) देर रात की है। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए गोकश अफजल समेत 30 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
दरअसल, झिंझाना थाना क्षेत्र के टपराना गाँव में पुलिस की टीम गोकश अफजल को पकड़ने गई थी। पुलिस ने यहाँ दबिश देकर अफजल को हिरासत में ले लिया। जिसे छुड़ाने के लिए आरोपी पक्ष के लोगों और सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया और गोकश को छुड़ाने में कामयाब रहे।
सूचना पाकर तुरंत आलाधिकारी कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुँचे और गोकश अफजल समेत 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि जल्द ही अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी। एसपी ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों का मेडिकल करवाया गया है। सभी खतरे से बाहर हैं। गाँव में बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक जमीअत उलेमा-ए हिन्द के सदर मौलाना साजिद कासमी ने जिलाधिकारी जसजीत कौर को प्रार्थना-पत्र देकर आरोप लगाया कि जिले में पुलिस द्वारा एक खास समुदाय को पूरी तरह से टारगेट करते हुए परेशान किया जा रहा है। उन्होंने पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ की गई मारपीट की घटना की मजिस्ट्रेट जाँच कराए जाने की माँग की है।
इससे पहले सोमवार (मई 25, 2020) को मुखबिरों से सूचना के आधार पर टपराना पहुँची पुलिस ने गोवंश कटान की तैयारी कर रहे युवक शाहनवाज को धर दबोचा था। उसके दो भाई इकराम व इमरान फरार हो गए। पुलिस ने मौके से चोरी किया गया एक बछड़ा व काटने के उपकरण बरामद किए। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया युवक शाहनवाज इससे पूर्व भी गोवंशों काटने के आरोप मे जेल जा चुका है। वहीं परिवार के अन्य लोगो पर भी गोवंश तस्करी के आरोप हैं।