Monday, November 18, 2024
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बाहर श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े किए, जेल में आफताब माँग रहा कानून की किताबें: कोर्ट ने कहा- गर्म कपड़े दो, कस्टडी 14 दिन बढ़ाई

आफताब ने इससे पहले भी जेल के अधिकारियों से किताबें माँगी थी। उसे द ग्रेट रेलवे बाजार नाम की किताब पढ़ने को भी दी गई थी।

दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड (shrddha Murder Case) के आरोपित आफताब पूनावाला (Aftab Poonawala) की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी है। उसे गर्म कपड़े मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उसने जेल में पढ़ने के लिए कानून की किताबें भी माँगी है। इससे पहले उसने अपने वकील के जरिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने की इजाजत माँगी थी।

इससे पहले आफ़ताब की हिरासत अवधि 6 जनवरी 2023 को 4 दिनों के लिए बढ़ाई गई थी। इसी दौरान आफ़ताब ने अपने वकील एमएस खान के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल की इजाजत माँगी थी। आफ़ताब के वकील ने तर्क दिया था कि इसके माध्यम से वह जेल में गर्म कपड़े और अपनी जरूरत की चीजों को खरीद सकता है। हाई कोर्ट ने हालाँकि इसकी इजाजत तो नहीं दी। लेकिन मंगलवार (10 जनवरी 2023) को गर्म कपड़े मुहैया कराने के निर्देश अधिकारीयों को दिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आफताब ने इससे पहले भी जेल के अधिकारियों से किताबें माँगी थी। उसे द ग्रेट रेलवे बाजार (The Great Railway Bazaar) नाम की किताब पढ़ने को भी दी गई थी। उल्लेखनीय है कि आफ़ताब ने लिव इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की 18 मई 2022 की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसके शव के 35 टुकड़े कर दिल्ली के महरौली व अलग-अलग इलाकों में फेंक दिए थे। जब इस केस का खुलासा हुआ तो पूरा देश स्तब्ध रह गया।

पुलिस की पूछताछ में यह सामने आया था कि श्रद्धा हत्याकांड का आरोपित आफताब किसी शातिर हत्यारे की तरह सोच रहा था। आफताब जानता था कि हत्या के बाद जाँच होने पर पुलिस उसके मोबाइल के जीपीएस की जाँच कर सकती है। इसलिए वह जब श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों को फेंकने जाता था तो फोन का जीपीएस बंद कर देता था। कई बार वह अपना फोन घर में भी छोड़कर चला जाता था।

इतना ही नहीं, श्रद्धा की हत्या के बाद किसी को उस पर शक न हो इसलिए वह लगातार ऑफिस जाता रहा। हत्या के बाद श्रद्धा के परिवार वालों और फ्रेंड्स की नजरों में श्रद्धा को जिंदा दिखाने के लिए उसके इंस्टाग्राम अकाउंट को यूज करता रहा। यहाँ तक कि उसने उसके इंस्टाग्राम से कुछ पोस्ट्स भी किए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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