देश भर में मनाए जा रहे गणेशोत्सव के दौरान मध्य प्रदेश के रतलाम के मोचीपुरा में गणेश प्रतिमा पर किसी ने पत्थर फेंक दिया। इसको लेकर बवाल हो गया है। शनिवार (7 सितंबर) की रात 500 से ज्यादा लोगों ने स्टेशन रोड थाने का घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने पहले उन्हें समझाया और बाद में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस जाँच के लिए घटनास्थल पर गई। पीछे-पीछे भीड़ भी वहाँ पहुँच गई। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा भीड़ को समझा रहे थे और लोगों को वापस लौटने के लिए बोल रहे थे। लोगों ने वापस लौटना भी शुरू कर दिया। इसी बीच किसी ने फिर पत्थर फेंक दिया। जवाब में लोगों ने भी पत्थर फेंके गए।
एक पत्थर पुलिस की गाड़ी पर भी लगा, जिससे उसका शीशा टूट गया। हालात को बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस एक्शन में आई। उसने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। फिलहाल, किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। सुरक्षाबलों की दो टुकड़ियाँ बुलाई गई हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि शनिवार रात करीब 8.30 बजे पूजा समिति के लोगों के साथ गणेश जी की स्थापना के लिए खेतलपुर से मूर्ति लेकर मेहंदीकुई बालाजी से हाथीखाना मोचीपुरा होते हुए जा रहे थे। इस जुलूस में महिलाएँ, बच्चे भी साथ थे। जैसे ही वे लोग हाथीखाना रोड पर मोचीपुरा पहुँचा, किसी ने मूर्ति पर पत्थर फेंक दिया।
सिटी एसपी अभिनव बारंगे ने बताया, ‘जुलूस में शामिल लोगों में से कुछ का यह भी कहना है कि उनके ऊपर पत्थर फेंके गए। इसकी तस्दीक के लिए सीसीटीवी कंट्रोल रूम में उस व्यक्ति को भेजा गया, जिसने पत्थर फेंके जाने के आरोप लगाए। फिलहाल, केस दर्ज कर लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।’
विरोध प्रदर्शन में शामिल विश्व हिंदू परिषद (VHP) का कहना है कि त्योहार आने के पहले ही इस तरह का षड्यंत्र रचा गया। मुस्लिम क्षेत्रों में हिंदू समाज के कार्यक्रमों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि मोचीपुरा में कुछ कट्टरपंथियों ने पत्थरबाजी की है। अब प्रश्न ये है कि किसी न किसी ने तो पत्थर मारा ही है।