Monday, December 23, 2024
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थूक मिलाकर पार्षदों-विधायकों को पानी पिलाता था तौफीक, मुबीन सब देखकर भी चुप रहा: 6 महीने बाद खुली पोल, कानपुर में हंगामा

ऑपइंडिया से बात करते हुए पार्षद राघवेंद्र मिश्रा ने बताया, "हम पार्षद तौफीक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहते हैं लेकिन हमारे सिटी मजिस्ट्रेट का रवैया इस मामले में ढुलमुल है।" उन्होंने जानकारी दी कि तौफीक को चाय-पानी में थूकते एक महिला ने देखा था जबकि मुबीन पहले से इस संबंध में जानता था।

उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर निगम के पार्षदों को लम्बे समय से जूठा पानी और खाने की चीजें थूक कर खिलाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि आरोप तौफीक नाम के एक आउटसोर्स कर्मचारी पर लगा है जिसे अब नौकरी से निकाल दिया गया है। वहीं नगर निगम के ही एक अन्य कर्मचारी मुबीन पर इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी छिपाए रखने का आरोप लगा है।

19 सितम्बर 2022 को एक पार्षद ने इस घटना की जानकारी होने पर आरोपित तौफीक के खिलाफ FIR दर्ज करने की माँग की थी लेकिन फ़िलहाल अभी तक कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई है।

कानपुर के वार्ड संख्या 91 के पार्षद राघवेंद्र मिश्रा द्वारा नगर आयुक्त को इस बाबत शिकायती पत्र प्रेषित किया गया। इस पत्र में उन्होंने लिखा था कि नगर निगम पार्षदों के कमरे में तौफीक, मुबीन, धर्मेंद्र कुमार और शिव कुमार नाम के कर्मचारियों की नियुक्ति है।

राघवेंद्र के मुताबिक इन सभी में तौफीक नाम का कर्मचारी पिछले 6 माह से पार्षदों के खाने और चाय-पानी में थूक रहा है। पार्षद राघवेंद्र मिश्रा ने आगे लिखा कि अन्य कर्मचायर्यों को इसकी सूचना होने के बाद भी उन्होंने इस घटना के बारे में नहीं बताया।

शिकायती पत्र

अपने इसी पत्र में पार्षद राघवेंद्र ने लिखा कि पार्षद कक्ष में विधायक जैसे कई अन्य गणमान्य लोग आते रहे हैं। शिकायती पत्र में आरोपित तौफीक पर कड़ी कार्रवाई की माँग की गई है। ऑपइंडिया से 25 सितम्बर 2022 (रविवार) को बात करते हुए पार्षद राघवेंद्र मिश्रा ने बताया, “हम पार्षद तौफीक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहते हैं लेकिन हमारे सिटी मजिस्ट्रेट का रवैया इस मामले में ढुलमुल है।”

राघवेंद्र ने कहा, “हमारे खाने-पीने की चीजों में तौफीक के थूकने की जानकारी एक अन्य कर्मचारी मुबीन को थी लेकिन उसने हमसे ये बात छिपा कर रखी।” पार्षद के मुताबिक एक अन्य व्यक्ति द्वारा पार्षदों को 6 माह से थूके जाने की जानकारी मिली तब पूछताछ में तौफीक ने अपनी हरकत कबूल की और मुबीन ने भी उसकी पुष्टि की। बताया जा रहा है कि सबसे पहले नगर निगम की ही एक महिला कर्मचारी ने तौफीक को ऐसी हरकत करते देखा। उसके बाद भाजपा से जुड़े पार्षदों ने हंगामा कर दिया।

राघवेंद्र के मुताबिक तौफीक आउटसोर्स पर था इसलिए उसे नौकरी से निकाल दिया गया लेकिन मुबीन परमानेंट स्टाफ है जिसे कमरे से हटाया गया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुबीन ने माना कि तौफिक गिलास में मुँह लगाने के बाद ही पानी पिलाता था और ज्यादातर वो जूठा पानी ही पार्षदों और अन्य आने वाले लोगों को पानी पिलाता था। तौफीक और मुबीन के अलावा पहले से तैनात 2 अन्य कर्मचारियों को भी हटा दिया गया है। फ़िलहाल जिन 2 नए स्टाफ की पार्षदों के कमरे में हुई है उनके नाम राहुल और कपिल हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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