पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी काफी अहम मानी जा रही है। इस मामले में 2022 में शिक्षा मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय को गिरफ्तार किया गया था। वो अभी तक जेल में हैं। ईडी की ताजी छापेमारी पारा शिक्षकों के ठिकानों पर हो रही है, जो कोलकाता से लेकर उत्तर 24 परगना तक फैले हैं।
जानकारी के मुताबिक, 5 अधिकारियों की टीम पारा शिक्षकों के घर पर छापेमारी कर रही है। इसी घोटाले में इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय समेत शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने बताया कि ईडी की पाँच सदस्यीय टीम कोलकाता से सटे न्यू टाउन के पथरघाटा मजार शरीफ इलाके में एक पूर्व पैरा-शिक्षक के आवास पर तलाशी ले रही थी, जो कथित तौर पर गिरफ्तार पूर्व राज्य शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी सहयोगी था। आरोप है कि मोटी रकम लेकर पसंदीदा लोगों को नौकरियाँ दी गई। ये मामला काफी चर्चित रहा था।
शिक्षका भर्ती घोटाला मामले में पिछले दिनों घोटाले से जुड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यापारियों और अन्य लोगों सहित कई व्यक्तियों के आवासों और कार्यालयों की तलाशी ली गई थी। इस घोटाले में कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद ईडी और सीबीआई दोनों कथित अनियमितताओं की जांच कर रही हैं। पिछले साल 22 जुलाई को ईडी ने पार्थ चटर्जी के आवास सहित 14 जगहों पर छापेमारी की थी।
#WATCH | West Bengal: ED conducts raids at multiple locations in connection with teacher recruitment corruption case.
— ANI (@ANI) March 8, 2024
(Visuals from New Town, Kolkata) pic.twitter.com/yPr6a4c70s
गौरतलब है कि इससे पहले 15 फरवरी को पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और जेल में बंद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी पर कोलकाता में छापेमारी की गई थी। उस समय पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में 5 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की गई थी। वहीं, साल 2022 में ईडी ने पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था।