केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। तेलंगाना, यूपी, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान में इस योजना का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया जा रहा है। वहीं, इस हिंसा और हुड़दंग के बीच तेलंगाना के IIIT बसरा के छात्रों के प्रदर्शन पर किसी भी मेन स्ट्रीम मीडिया की नजर नहीं गई। ये छात्र अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए लगातार 3 दिनों से तेलंगाना सरकार के विरोध में सड़कों पर हैं, लेकिन किसी भी मेन स्ट्रीम मीडिया ने इस खबर को दिखाना जरूरी नहीं समझा। इससे जुड़ी आपको केवल एक या दो खबरें ही पोर्टल पर दिखाई देंगी, जबकि अग्निपथ योजना के विरोध में सैकड़ों खबरें।
दरअसल, तेलंगाना में राजीव गाँधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी (RGUKT) के छात्र बुधवार (15 जून 2022) से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। निर्मल जिले के बसरा में स्थित अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT Basara) में हजारों छात्र भोजन की खराब गुणवत्ता, बुनियादी सुविधाओं में सुधार और एक नियमित कुलपति की नियुक्ति की माँगों को लेकर बिल्डिंग के मेन गेट पर धरना दे रहे हैं। ये छात्र तेलंगाना सरकार से केवल जरूरी सुविधाओं की माँग कर रहे हैं, इसके बावजूद इनकी अनदेखी की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में जिस राजीव गाँधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज टेक्नोलॉजी में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। उसे IIIT बसरा के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ लगातार तीसरे दिन हजारों छात्र अच्छे भोजन, लैब और अन्य शैक्षणिक सुविधाओं की माँग को लेकर हड़ताल पर हैं। वे खराब भोजन की गुणवत्ता का विरोध कर रहे हैं। वे राज्य सरकार से माँग कर रहे हैं कि बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ एक स्थायी कुलपति की नियुक्ति पर ध्यान दिया जाए।
छात्रों ने यह भी अनुरोध किया कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री के टी रामा राव आरजीयूकेटी आएँ और देखें उन्हें किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्रों ने हॉस्टल के खाने में छोटे कीड़े और मेंढक देखे जाने का भी दावा किया है। छात्रों का कहना है कि उन्हें हॉस्टल में लैपटॉप, ड्रेस, गद्दे, पंखे और अन्य सुविधाओं के बिना ही रहना पड़ रहा है।
राजीव गाँधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी
आरजीयूकेटी या आईआईआईटी बसरा आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के शासन के दौरान 2008 में एपी में स्थापित तीन आईआईआईटी में से एक है। 2 जून 2014 को आंध्र से अलग होने के बाद वर्तमान में यह तेलंगाना का एकमात्र आईआईआईटी है। यह उत्तर तेलंगाना के निर्मल जिले के बसरा में स्थित है।