राजस्थान के उदयपुर में एक मुस्लिम छात्र ने अपने हिन्दू सहपाठी को चाकू मार दिया, 4 दिन तक अस्पताल में जूझने के बाद उसकी मौत हो गई। लेकिन, प्रपंची मीडिया संस्थान ‘The Wire’ इसे ‘जख्म’ कह कर प्रचारित कर रहा है, हत्या वाली बात छिपा रहा है। उदयपुर में उक्त छात्र का कड़ी सुरक्षा में अंतिम संस्कार कराया गया। हजारों लोग इसमें शामिल हुए। लेकिन, ‘The Wire’ के लिए ये घटना सिर्फ ‘Injury’ वाली है। इतना ही नहीं, वो हमलावर छात्र के परिवार का ‘दुःख-दर्द’ भी दिखा रहा है।
बता दें कि प्रशासन ने पाया था कि उस घर का एक हिस्सा वन विभाग की जमीन को कब्ज़ा कर बनाया गया है, जिसके बाद बुलडोजर से उसे ध्वस्त कर दिया गया। ‘The Wire’ की खबर की हेडिंग देखिए – ‘क्या ये न्याय है? किराएदार के नाबालिग बेटे ने सहपाठी को घायल कर दिया तो ऑटो ड्राइवर के घर पर बुलडोजर चला दिया गया’। सोचिए, हत्या को ‘घायल कर दिया’ लिख कर चलाया जा रहा है। उसका कहना है कि इस घटना को हिन्दू संगठन ‘सांप्रदायिक रंग’ दे रहे हैं।
उसका कहना है कि कक्षा 10 के 2 छात्रों के बीच झगड़ा हिन्दू संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद ‘सांप्रदायिक’ बन गया। सबसे बड़ी बात, ‘The Wire’ ने डीएम का 16 अगस्त का बयान 19 अगस्त शेयर कर के कहा कि दावा किया कि छात्र की स्थिति स्थिर है और ये बच्चों का झगड़ा था। इसके कुछ ही घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई, लेकिन रिपोर्ट को अपडेट नहीं किया गया। साथ ही बुलडोजर एक्शन के लिए भी इसने हिन्दू संगठनों को ही जिम्मेदार ठहराया।
The Wire casually called it "injury" & attempted to whitewash the knife attack.
— Incognito (@Incognito_qfs) August 20, 2024
Devraj died because of the knife attack.
Now, the Wire is silent and waiting for the new case to be whitewashed. pic.twitter.com/m514xescFa
इसका लॉजिक ये है कि कार्रवाई के लिए हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन किया, इसीलिए बुलडोजर चला। बता दें कि सूरजपोल पुलिस थाना अंतर्गत स्कूल में साढ़े 10 बजे लंच टाइम के समय मुस्लिम छात्र ने कई बार चाकू से अपने हिन्दू सहपाठी को चाकू मारा। कई क्षेत्रों में इस कारण दुकानें बंद रहीं। 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़। इस घटना के बाद स्कूलों में चाकू व अन्य नुकीली चीजों को लेकर बैन लगाया गया। साथ ही बच्चों के थैले की तलाशी लेने का आदेश शिक्षा विभाग ने जारी किया।