देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार (9 नवंबर 2024) को पुलिस ने डॉक्टर विश्वंभर दास मार्ग पर शुरू होने जा रहे माँ दुर्गा के जागरण को जबरन बंद करवा दिया। यह कार्रवाई तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) पार्टी के सांसद साकेत गोखले के फरमान पर हुई। श्रद्धालुओं ने साकेत गोखले से अपनी आस्था की दुहाई देकर तमाम मिन्नतें की, लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
आखिरकार वहाँ से लोगों को हटा दिया गया और पूरा पंडाल रात भर सन्नाटे में रहा। इस कार्यक्रम का आयोजन मंत्रियों और सांसदों के लिए नियुक्त सहायकों द्वारा किया गया था। वहाँ के हालात कुछ ऐसे बन गए कि लोगों को बिना भजन आदि के ही आरती करके पूजा का समापन करना पड़ा। ऑपइंडिया ने घटनास्थल पर जाकर पूरे मामले और ताजा हालातों की जानकारी ली।
तृणमूल कॉन्ग्रेस सांसद साकेत गोखले की धमकी के बाद भजन भी बंद
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) November 10, 2024
वीडियो में देखिए कैसे डरकर आरती करने को विवश है हिंदू #OpIndiaGroundReport pic.twitter.com/p7WIfpFCEu
जहाँ रोकी गई माँ दुर्गा की पूजा वो जगह CRPF के अंडर में
दिल्ली के विश्वम्भर दास मार्ग पर एमएस फ़्लैट है। यहाँ सिंधु और गोमती नाम के 2 अलग-अलग ब्लॉक सहित एक अन्य हिस्सा एमएस फ़्लैट का है। सिंधु और गोमती ब्लॉक में सांसदों और कई केंद्रीय मंत्रियों के आवास हैं। वहीं, इन लोगों के मिले घरेलू सहायक एमएस फ़्लैट में हैं। यह अति विशिष्ट इलाका माना जाता है। इसके तीनों हिस्से 24 घंटे CRPF की निगरानी एवं सुरक्षा में रहते हैं।
क्या थी पूरी घटना
एमएस फ़्लैट के निवासियों ने ऑपइंडिया से बताया कि वो पिछले 2 दशक से से भी अधिक समय से उस जगह पर दुर्गा पूजा का आयोजन करते आए हैं। नवरात्रि से शुरू होने वाली यह पूजा 35 दिनों तक चलती थी। एमएस फ़्लैट के निवासी 35 दिनों तक व्रत रखते हैं। शनिवार को जागरण के बाद रविवार को भंडारा प्रस्तावित था। सोमवार को माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित हो जाती।
जागरण के दिन एमएस फ़्लैट के लोग जुटे थे जिनमें महिलाएँ, बच्चे, युवा और वृद्ध शामिल थे। जागरण की शुरुआत शाम 5 बजे हुई। म्यूजिक सिस्टम में भजन बजे हुए 15 मिनट ही बीते होंगे कि जागरण स्थल पर पुलिस पहुँच गई। कार्यक्रम को तत्काल बंद करने का फरमान सुना दिया गया। लोगों इसे बंद कराने की वजह पूछी तो बताया गया कि TMC (तृणमूल कॉन्ग्रेस) के सांसद ने कार्यक्रम पर आपत्ति जताई है।
वहाँ मौजूद कुछ लोगों ने इसे आस्था का अपमान बताया तो पुलिस ने उन्हें जेल भेजने बात कहकर हड़का दिया। आखिरकार डर कर लोगों ने म्यूजिक सिस्टम को बंद कर दिया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने पुलिस से मिन्नत की कि उन्हें ताली बजाकर ही माता रानी के भजन गाने की अनुमति दी जाए। पुलिस इस पर भी तैयार नहीं हुई। श्रद्धालुओं को वापस लौटा दिया गया और पंडाल रात भर सूना पड़ा रहा।
मनाने गए तो डाँटकर भगाया
जब श्रद्धालुओं को पता चला कि पुलिस ने उनका कार्यक्रम साकेत गोखले के फरमान पर रोका है तो वो सभी एकजुट होकर साकेत गोखले को मनाने पहुँचे। कुछ बड़े बुजुर्ग और वो स्टाफ भी गए, जो लम्बे समय तक साकेत गोखले के साथ काम कर चुके हैं। आरोप है कि इन सभी को कह दिया गया कि कार्यक्रम किसी भी हाल में चलने नहीं दिया जाएगा। मिन्नत करने पर सभी को डाँटकर भगा दिया गया।
"अभी भी लोगों के मन में दहशत है कि वे (साकेत गोखले) पुलिस को दोबारा भेज सकते हैं। लोगों को उठवा न दें। भंडारा बंद न करवा दें।"
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टीएमसी सांसद ने जहाँ बंद करवाया जागरण, अभी भी दहशत में वहाँ के हिंदू#OpIndiaGroundReport pic.twitter.com/eQzhln8djg
आरोप है कि गोखले ने मिन्नत करने गए कर्मचारियों को जेल भेजवाने और उनके घरों को खाली करवाने की भी धमकी दी। अपने पूर्व स्टाफ को भी गोखले ने खूब हड़काया। अब लिफ्ट ऑपरेटर से लेकर रिसेप्शनिस्ट तक की नौकरी करने वालों की नौकरी खतरे में है। उनका मानना है कि गोखले उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। सबने मीडिया के जरिए गोखले से कर्मचारियों की नौकरी बख्शने की गुहार लगाई ।
इसी दौरान साकेत गोखले ने माँ दुर्गा के भंडारे और जागरण में शामिल होने का निमंत्रण पत्र भी लेने से ठुकरा दिया। एमएस फ़्लैट के निवासियों के मुताबिक, ऐसा करने वाले साकेत गोखले इकलौते सांसद हैं। हालाँकि, लोग ये भी नहीं समझ पा रहे हैं कि दिल्ली पुलिस साकेत गोखले के फरमान का पालन करवाने के लिए इतना सक्रिय कैसे हो गई, जबकि वहाँ कोई गैर-कानूनी काम नहीं हो रहा था।
300 मीटर दूर, फिर भी भजन से शोर
साकेत गोखले मनाने आए लोगों से इस बात पर अड़े रहे कि उन्हें भजन के शोर से दिक्कत हो रही है। उन्होंने डॉक्टरों की सलाह का हवाला दिया और शोर को नापसंद बताया। लोगों ने दावा किया कि उनके घर से माता दुर्गा का पंडाल 300 मीटर दूर था। लोग ताली बजाकर भी भजन गाने को तैयार थे। तालियों की आवाज उन तक नहीं जाती। इसके बावजूद गोखले ने साफ कहा कि वे कार्यक्रम नहीं चलने देंगे।
आस्था को कुचला गया
रविवार (10 नवंबर) को ऑपइंडिया की टीम सुबह 10 बजे उस पंडाल के पास पहुँची, जहाँ साकेत गोखले के फरमान पर माँ दुर्गा की पूजा रोक दी गई थी। बमुश्किल 1 दर्जन लोग हमें पंडाल के आसपास दिखे। पंडाल खाली था। उसमें कुछ नाबालिग बच्चे माँ दुर्गा के भजन धीमी आवाज में गा रहे थे। बड़ी मुश्किल से उन एक दर्जन लोगों में कुछ लोग हमसे बात करने को तैयार हुए।
बातचीत की शुरुआत में ही उन्होंने कहा, “हमारी धार्मिक भावनाएँ आहत की गई हैं।” हमें बताया गया कि TMC सांसद के डर से हालात ऐसे हो गए हैं कि भंडारा शुरू करने से पहले खिलाई जाने वाली 9 कन्याएँ भी पंडाल में आने के लिए तैयार नहीं हो रही हैं। पंडाल में बच्चों को बैठाकर भजन सिर्फ इसलिए करवाया जा रहा था, जिससे पुलिस आए भी तो उन्हें नाबालिग समझ कर छोड़ दे।
लुटियंस दिल्ली की जिस सोसायटी में TMC सांसद ने जागरण बंद करवाया, वहाँ पूजा के लिए कन्याएँ भी आने से डर रहीं
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साकेत गोखले का 'खौफ' पीड़ित हिंदुओं ने @OpIndia_in को बताई@STVRahul की ग्राउंड रिपोर्ट pic.twitter.com/KaWr8gieod
वहाँ के लोगों ने यह भी कहा कि अब भजन भी माइक के बजाय मुँह से गाए जा रहे हैं, वो भी फुसफुसाहट की तरह। हालाँकि, लगभग 1 बजे कुछ कन्याएँ और श्रद्धालु घरों से बाहर निकले और उन्होंने आरती भंडारे को सम्पन्न करवाया। इसके बावजूद लोगों के मन में यह बात खटकती रही कि उनकी आस्था का सम्मान किसी ने नहीं किया।
देश के हर हिस्से से पीड़ित, अधिकतर दलित समुदाय से
TMC सांसद साकेत गोखले के तुगलकी फरमान से प्रभावित लोग देश के लगभग सभी राज्यों से हैं। इनमें बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान आदि प्रमुख हैं। TMC सांसद से पूजा करने की मिन्नत करने गए अधिकतर श्रद्धालुओं में दलित (SC) वर्ग के लोग थे। इन सभी के निराश होकर लौटने के बाद माँ के भजन गाने आईं इनके घरों की महिलाएँ रोते हुए गईं।
आज जागरण रोका, कल होली-दिवाली का भी नंबर
ऑपइंडिया से बात करते हुए तमाम स्थानीय लोगों ने खुद को सांसदों और मंत्रियों का नौकर बताया। उन्होंने डर जताया कि सम्भवतः उनका इंटरव्यू प्रकाशित होने के बाद उनमें से कई लोगों की नौकरी खतरे में आ सकती है। हालाँकि, बोलना भी उन लोगों ने अपनी मजबूरी बताया। उन्होंने कहा, “अगर चुप रहे तो आज जागरण रोका गया, कल यही काम होली-दिवाली जैसे अन्य पर्वों के खिलाफ भी किया जाएगा।”
एक महिला श्रद्धालु ने कहा कि ममता बनर्जी झुग्गी वालों को घर दे रही हैं और उनका सांसद अपने स्टाफ की भी छत छीनने पर आमादा है। महिला ने कहा कि पिछले कई वर्षों से वो उसी जगह पर घंटी, शंख, ढोल और मंजीरे आदि बजाकर माता दुर्गा की पूजा करती आ रही हैं, लेकिन इस बार ताली भी बजाने नहीं दिया गया। पीड़िता ने कहा, “मीडियाकर्मियों को देखकर हम लोग बोलने की हिम्मत जुटा पाए हैं।”
वहीं करवाएँगे जागरण, कोई रोक कर दिखाए
जिस क्षेत्र में साकेत गोखले ने माँ दुर्गा का जागरण बंद करवाया था, वहाँ दिल्ली भाजपा नेता आदेश गुप्ता पहुँचे। आदेश गुप्ता ने गोखले की करतूत को TMC की पार्टी लाइन बताया और इस घटना की निंदा की। उन्होंने एलान किया है कि जिस जगह पर तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद ने जागरण बंद करवाया है, वहाँ पर सप्ताह भर के अंदर एक भव्य जागरण का आयोजन किया जाएगा।
आदेश गुप्ता ने चुनौती देते हुए कहा कि जिसे रोकना हो वो रोक कर दिखाए। उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री एवं AAP के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल को भी इस मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल और ममता बनर्जी राजनीति की एक ही लाइन पर चल रहे हैं। परोक्ष रूप से आदेश गुप्ता ने अरविन्द केजरीवाल को भी इस साजिश में शामिल बताया।
मौके पर पहुँची भाजपा की सांसद बाँसुरी स्वराज ने ऑपइंडिया से कहा कि वो इस मुद्दे पर नजर रखे हुए हैं और पूरे मामले को समझ कर जल्द ही अपनी प्रतिक्रिया देंगी। इस मौके पर एक जनसमूह ने ‘अरविन्द केजरीवाल मुर्दाबाद’ और ‘तृणमूल कॉन्ग्रेस मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए।