Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजतुगलकाबाद में आमने-सामने आए CAA-NRC विरोधी और समर्थक, दिल्ली पुलिस ने बल प्रयोग कर...

तुगलकाबाद में आमने-सामने आए CAA-NRC विरोधी और समर्थक, दिल्ली पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा

कल शाम को दिल्ली के तुगलकाबाद में, जहाँ सीएए के विरोध में नारेबाजी कर रहे लोगों के सामने सीएए के समर्थक आकर खड़े हो गए। हालाँकि, पुलिस ने तत्काल ही मौके पर पहुँचकर स्थिति को काबू में कर लिया।

नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) बनने के बाद से ही देशभर में इसे लेकर कहीं विरोध प्रदर्शन तो कहीं समर्थन में रैली निकाली जा रही हैं, लेकिन सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को अब इसके समर्थकों से जवाब भी मिलने लगा है। कुछ ऐसा ही हुआ कल शाम को दिल्ली के तुगलकाबाद में, जहाँ सीएए के विरोध में नारेबाजी कर रहे लोगों के सामने सीएए के समर्थक आकर खड़े हो गए। हालाँकि, पुलिस ने तत्काल ही मौके पर पहुँचकर स्थिति को काबू में कर लिया।

दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले करीब दो माह से प्रदर्शनकारियों का सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन जारी है। वहीं सोमवार देर शाम को दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र में कुछ लोग सीएए के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर आ गए और ज़ोर-ज़ोर से सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाजी करते हुए संविधान को बचाने की दुहाई देने लगे, जिसमें जामिया के कुछ छात्र भी शामिल थे। इसी बीच सीएए के समर्थन में कुछ लोग हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, वंदे मातरम के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के सामने आकर खड़े हो गए।

देखते ही देखते दोनों ओर से जमकर नारेबाजी होने लगी और माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसकी जानकारी जैसे ही दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को हुई वह तत्काल पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँच गए, लेकिन पुलिस के मौके पर पहुँचने के बाद भी कोई भी पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हुआ और आमने-सामने खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। आख़िर में दिल्ली पुलिस को हल्का बल प्रयोग करके सड़क पर डटे लोगों को खदेड़ना पड़ा। तब कहीं जाकर पुलिस ने स्थिति को बिगड़ने से पहले ही काबू में कर लिया।

आपकों बता दें कि बीते सोमवार को मंडी हाउस में प्रदर्शनकारियों ने सीएए के विरोध में मार्च निकालने का आह्वान किया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने यह कहते हुए पहले ही बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया था कि यहाँ कोई विरोध-प्रदर्शन या धरना देने का स्थान नहीं है, किसी को धरना देना या विरोध-प्रदर्शन करना है तो वह जंतर-मंतर जाए। गौरतलब है कि पिछले करीब दो महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों का सीएए के ख़िलाफ़ रोड पर धरना जारी है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पिछले दिनों स्थानीय लोगों ने शाहीन बाग धरने के ख़िलाफ़ भी एक विरोध मार्च निकाला था, जिसमें लोगों ने दिल्ली पुलिस से धरना हटवाने की माँग करते हुए कहा था कि, जहाँ जाना है वहाँ जाओ, लेकिन सड़क को खाली करो।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -