उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से लैंड जिहाद का मामला सामने आया है। यहाँ बॉबी अंसारी और शाहनवाज पर दलित समुदाय के लोगों का श्मशान घाट अवैध तौर पर कब्ज़ा करने का आरोप लगा है। विरोध करने पर पीड़ितों को न सिर्फ जातिसूचक गालियाँ दी गईं बल्कि जान से मार डालने का प्रयास भी किया गया। इस दौरान आरोपितों द्वारा गोलियाँ भी चलाई गईं। पीड़ितों ने प्रशासन से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। शनिवार (9 मार्च 2024) को पुलिस ने FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। दोनों आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
यह घटना सहारनपुर के थानाक्षेत्र जनकपुरी की है। यहाँ के गाँव सड़क दूधली में रहने वाले अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के संजय कुमार ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया है कि उनके गाँव के अब्दुल ने डेढ़ साल पहले अपनी 5 बीघा जमीन खान आलमपुर की शाहीन नाम की महिला को बेचा था। इसी जमीन पर बॉबी अंसारी और शाहनवाज अवैध तौर पर एक कॉलोनी बना रहे थे। बॉबी अंसारी का दूसरा नाम कमरूजमा भी है, जो शाहीन के ही गाँव में रहता है।
शिकायत में पीड़ित ने आगे बताया कि जिस जगह बॉबी अंसारी अवैध कॉलोनी बनवा रहा है, उसी के बगल श्मशान घाट है। यहाँ पीड़ित परिवार व आसपास के मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाता है। आरोप है कि बॉबी अंसारी और शाहनवाज ने श्मशान घाट पर भी अवैध ढंग से कब्ज़ा करने के लिए उस पर JCB मशीन चलवा दी। इस हरकत की वजह से वहाँ बनी कई समाधियाँ उखड़ गईं। आरोपितों द्वारा श्मशान घाट में बने पेड़ों को भी उखाड़ दिया गया। बॉबी अंसारी और शहनवाज की मंशा श्मशान के बीचो-बीच से रास्ता निकालने की बताई जा रही है।
पीड़ित दलित संजय कुमार ने बताया कि बॉबी अंसारी और शाहनवाज की इस हरकत से उनकी भावनाएँ आहत हुई हैं। श्मशान पर बुलडोजर चलने की जानकारी मिलते ही संजय के साथ प्रेमचंद, जितेंद्र, बृजेन्द्र और मुकेश आदि कई अन्य लोग ऐसा न करने की मिन्नत लेकर बॉबी अंसारी के पास गए। आरोप है कि तब बॉबी ने पीड़ितों को भीमटा और च**र सहित कई अन्य जातिसूचक शब्द बोले। दोनों आरोपितों ने पीड़ितों पर गोलियाँ भी चला दीं। जैसे-तैसे पीड़ित अपनी जान बचा कर वहाँ से लौटे।
सहारनपुर के एडिशनल एसपी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची और दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया गया है। दोनों के अतिरिक्त कुछ अन्य अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है, जिनकी तलाश की जा रही है। सभी पर IPC की धारा 297, 307, 323, 504 और 506 के अतिरिक्त SC/ST एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
ऑपइंडिया ने पीड़ित संजय कुमार से बात की। उन्होंने बताया कि सड़क दूधली गाँव मुस्लिम बाहुल्य है, जहाँ दलित समुदाय के लोगों की आबादी 40% के आसपास है। बनाई जा रही अवैध कॉलोनी का नाम ‘शाह कॉलोनी’ दिया गया था। उन्होंने बताया कि JCB चलने से कुछ नए शव बाहर आ गए थे, जिनके माँस कुत्ते नोच कर खा रहे थे। पीड़ित ने पुलिस कार्रवाई से खुद को संतुष्ट बताया है।
क्या है लैंड जिहाद
लैंड जिहाद इस समय एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आया है, जिसकी वजह से कई बार साम्प्रदायिक तनाव जैसी घटनाएँ हुई हैं। हाल ही में हल्द्वानी हिंसा इसका एक बदतर उदाहारण है। इसमें मुस्लिम पक्ष पर सरकारी या अन्य समुदायों की जमीनों पर अवैध कब्ज़े का आरोप लगता है। कई बार यह कब्ज़ा इबादतगाहों आदि के माध्यम से भी होता है, जिसमें मजार और दरगाह आदि प्रमुख हैं। ऑपइंडिया द्वारा नेपाल सीमा पर इसी प्रकार के लैंड जिहाद का खुलासा किया गया था।