केरल के कोझीकोड जिले में पुलिस ने सीपीएम के दो नेताओं के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। आरोप लगाने वाली महिला पार्टी की ब्रांच कमिटी मेंबर है। पहला आरोपित पुलुल्ला परमबथ बाबुराज सीपीएम मुल्लियेरी ब्रांच का सचिव है, जबकि दूसरा आरोपित टीपी लिजीश पार्टी के यूथ विंग डीवाईएफआई (DYFI) का पथियाराक्कारा क्षेत्र का सचिव है। मामला सामने आने के बाद सीपीएम ने दोनों नेताओं को पार्टी ने निकाल दिया है।
आरोप लगाने वाली महिला शादीशुदा और दो बच्चों की माँ है। महिला ने अपने शिकायत में कहा है कि बाबुराज ने तीन महीने पहले जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया था। उसके बाद घटना के बारे में महिला के पति और स्थानीय लोगों को बताने की धमकी देते हुए वह लगातार ब्लैकमेल करता रहा और कई बार दुष्कर्म किया।
इसके बाद लजीश ने दोनों के रिश्तों को सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए रेप किया। इससे परेशान होकर पीड़ित महिला ने वडकारा के पुलिस इंस्पेक्टर से संपर्क किया और घटना के बारे में शिकायत की। महिला ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की माँग भी की है।
हाल में महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा और सीपीएम की केंद्रीय समिति की सदस्या एमसी जोसेफिन द्वारा महिलाओं के खिलाफ असंवेदनशील टिप्पणी करने के कारण राज्य की वामपंथी सरकार निशाने पर आ गई थी। भाजपा और कॉन्ग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने जोसेफिन के उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्होंने शुक्रवार (25 जून 2021) को त्याग पत्र दे दिया था।
जोसेफिन के वक्तव्य को लेकर विवाद छिड़ गया था, जब उन्होंने एक टीवी चैनल के लाइव डिबेट में घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला शिकायतकर्ता पर बुरी तरह भड़क उठी थीं। इसके बाद जोसेफिन के साथ-साथ सीपीएम की भी आलोचना होने लगी।
दरअसल, लाइव शो में एक महिला ने अपने पति और सास पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उसी दौरान जोसेफिन ने पूछा कि क्या वह पुलिस में शिकायत की हैं। इस पर महिला ने कहा कि नहीं। इतना सुनते ही जोसेफिन भड़क गईं और बोली कि पुलिस के पास नहीं जाने का परिणाम भुगतो।
जोसेफिन का बयान उस घटना के अगले ही दिन आया था, जिसमें एक 24 वर्षीया महिला ने दहेज प्रताड़ना से तंग आकर फाँसी लगाकर जान दे दी थी। उस महिला का नाम विस्मया है। इस घटना को लेकर राज्य सरकार की पहले ही तीखी आलोचना हो रही थी।