राजस्थान के उदयपुर में हिन्दू टेलर कन्हैया लाल की तालिबानी तरीके से बेरहम हत्या करने के आरोपित रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद पुलिस की गिरफ्त में हैं। इन इस्लामिक कट्टरपंथियों को लेकर कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रियाज जब्बार का लोगों को भड़काने का पुराना इतिहास रहा है। पता चला है कि इससे पहले भी रियाज ने उदयपुर और भीलवाड़ा के आसपास के इलाकों में मुस्लिमों को भड़काने का काम किया था। इसके लिए बकायदा उसने एक नेटवर्क तैयार कर रखा था।
जैसा कि इस तरह की किसी भी घटना के बाद होता है। इस केस में भी वैसा ही देखने को मिल रहा है। हत्या के मुख्य आरोपित रियाज के परिवार लोगों ने उसके कृत्य की निंदा करते हुए खुद को इस मामले से ही अलग कर लिया है। उसके परिवार वालों का दावा है कि पिछले 20 सालों से उसका परिवार से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है। वो भीलवाड़ा के आसिंद का रहने वाला है और 20 साल पहले अपना घर छोड़कर उदयपुर चला गया था। उसके परिजनों का कहना है कि रियाज जब्बार इतने साल कहाँ था, उसने निकाह कब किया और जीवन यापन के लिए क्या करता है उन्हें कुछ नहीं पता। वहीं रियाज जब्बार ने उदयपुर में एक ऐसा नेटवर्क खड़ा कर लिया था कि इसके बल पर वो लोगों को उकसाता था।
जला चुका है पुलिसकर्मी का पुतला
सूत्रों का कहना है कि ये वही रियाज जब्बार है, जिसने एक साल पहले मामूली विवाद के बाद एक पुलिसकर्मी का पुतला फूँका था। रियाज ने पिछले साल हाथीपोल थाना क्षेत्र में हंगामा किया था। इस हंगामें को कंट्रोल करने के लिए पहुँच पुलिस बलों से भी वो भिड़ गया था। इस बीच रियाज को शांत कराने की कोशिश को तहत पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक ने अनजाने में उसकी दाढ़ी को छू लिया। इससे भड़के रियाज जब्बार ने चंद मिनटों के भीतर सैकड़ों कट्टरपंथियों की की भीड़ जमा कर ली और वहाँ पुलिसकर्मी का पुतला फूँका।
परिवार ने बनाई दूरी
कन्हैया लाल की हत्या के बाद आसिन्द में रियाज जब्बार के घर के पास भारी पुलिस बल तैनात है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रियाज के बड़े भाई अब्दुल अयूब लोहार ने कहा, “रियाज हमारे बीच 10वाँ भाई है। मैं दूसरा हूँ। 2001 में हमारी बड़ी बहन का देहांत हो गया, जिसके बाद रियाज उदयपुर चला गया और वहीं रहने लगा। उसने वहीं काम किया और वहीं निकाह भी किया। मुझे ठीक-ठीक नहीं पता कि उसका काम क्या था।”
अब्दुल अयूब लोहार ने आगे कहा, “पिछले 20-22 सालों से हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई। कल रात मुझे पता चला कि उसने (कन्हैया लाल की हत्या) ये किया है। उसने गलत काम किया है। कानून अपराध करने वाले को सजा देगा। धर्म के नाम पर ऐसी हरकत गलत है। भले ही वह हमारा भाई है, उसे अपराध की सजा मिलेगी। जब हम साथ रहते थे, तो वो ऐसा नहीं था। हम नहीं जानते कि उदयपुर जाने के बाद वो किससे प्रभावित हुआ। इसके बाद उसने परिवार से संपर्क नहीं किया। हमें नहीं पता कि उसने किससे शादी की।”
वेल्डर का काम करता है गौस मोहम्मद
कन्हैया लाल की हत्या का दूसरा आरोपित गौस मोहम्मद है। वो एक वेल्डर का काम करता है और उदयपुर का ही रहने वाला है। पिछले कई सालों से वो रियाज जब्बार का खास रहा है और संपत्तियों के लेन-देन में शामिल रहा है। गौस मोहम्मद रियाज के साथ कन्हैया लाल की दुकान पर गया और उनके सिर को कलम कर दिया।