राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल तेली का सिर कलम किए जाने के बाद वहाँ का पर्यटन उद्योग लड़खड़ा गया है। इस्लामी आतंकवाद की इस करतूत के बाद जिले की अर्थव्यवस्था को भी धक्का लगा है, क्योंकि कई लोग अब एडवांड होटल बुकिंग कैंसल कर रहे हैं। अगले 2 महीने में आने वाले लोगों में से आधे से भी अधिक ने अपनी बुकिंग्स रद्द कर दी हैं। पर्यटन ही इस शहर में अधिकतर लोगों की आजीविका का स्रोत है और लोगों को डर है कि आगे भविष्य में भी उन पर इसका असर पड़ सकता है।
सितंबर से उदयपुर में पर्यटन का बड़ा सीजन शुरू होता है, जिस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। होटल एसोसिएशन ने कहा कि लोगों ने एडवांस बुकिंग रद्द करनी शुरू कर दी है। जुलाई-अगस्त में मॉनसून का मौसम देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आने वाले थे, लेकिन मात्र एक सप्ताह में 50% से अधिक बुकिंग रद्द होने से होटल संघ सदमे में है। कोरोना के कारण जूझ रहे उद्योग को इस घटना से नई मार पड़ी है। मालदासी गली के पास ही ये हत्याकांड हुआ था, जहाँ लोग घूमने आते हैं।
हस्तशिल्प व्यापारियों का कारोबार भी ठप्प होने की कगार पर पहुँच गया है। उधर राजस्थान की राजधानी जयपुर में ‘सर्व समाज’ की तरफ से स्टेचू सर्किल पर हनुमान चालीसा का पाठ रखा गया और कन्हैया लाल को श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें हजारों लोग जुटे। 2000 से अधिक पुलिसकर्मी यहाँ तैनात थे और ड्रोन कैमरों से नज़र रखी गई थी। वक्ताओं के भाषण भी पुलिस ने रिकॉर्ड किए। VHP ने कई धर्मगुरुओं को भी यहाँ बुलाया था और सामाजिक प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।
जयपुर में सर्व समाज का आक्रोश.॥॥ सर्व समाज ने हनुमान चालीसा का पाठ किया .. #KanhaiyaLal #KanhaiyaLalCase pic.twitter.com/MM6Ainhp4m
— Santosh Chauhan Sudarshan News (@Santosh_Stv) July 3, 2022
उधर चूरू के सादुलपुर में कन्हैया लाल की हत्या के कारण ‘बाजार बंद’ रखने के ‘बजरंग दल’ के ऐलान के बाद संगठन के कार्यकर्ता प्रवीण कुमार को फोन पर जान से मार डालने की धमकी मिली, जिसके बाद उन्हें एक सुरक्षाकर्मी पुलिस ने उपलब्ध कराया। वो राजगढ़ तहसील के सरदारपुरा गाँव के रहने वाले हैं। फोन करने वाले ने पूछा कि बाजार क्यों बंद करवाया और गोली मारने की बात की। डेढ़ वर्ष पूर्व विहिप कार्यकर्ताओं को जान से मार डालने की धमकी मिली थी और पुलिस में परिवाद दायर किया गया था।