उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती ज़िले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 22 साल की सईदा को उसके शौहर और ससुराल वालों ने इसलिए जलाकर मार डाला क्योंकि उसने ट्रिपल तलाक़ दिए जाने के ख़िलाफ़ अपने शौहर की शिक़ायत कर दी थी।
यह घटना शुक्रवार (16 अगस्त) को उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती ज़िले में उस समय घटित हुई जब सईदा को उसके शौहर और ससुराल वालों ने उसकी पाँच साल की बच्ची के सामने ज़िंदा जला दिया।
पीड़ित के पिता रमज़ान ख़ान ने आरोप लगाया है कि उनके दामाद नफ़ीस (26), जो मुंबई में काम करता था, उसने फोन पर सईदा को तीन तलाक दिया था। चूँकि, उसे अवैध रूप से ट्रिपल तलाक़ दिया गया था, सईदा को पुलिस ने कहा था कि वो अपने शौहर के घर वापस आने तक इंतज़ार करे। 15 अगस्त को, जब नफ़ीस घर वापस आया, तो पुलिस ने कथित रूप से दोनों को पुलिस स्टेशन में बुलाया और सईदा को नफ़ीस के साथ रहने के लिए कहा।
लेकिन, पुलिस की सलाह को मानने के बजाय, नफ़ीस ने अपनी बीवी को चले जाने के लिए कहा। लेकिन सईदा घर छोड़कर नहीं गई जिसके बाद ससुराल वाले उसकी हत्या की साज़िश करने लगे। कथित तौर पर सईदा की 5 वर्षीय बच्ची फ़ातिमा ने पुलिस को बताया कि उसके अब्बू ने उसकी अम्मी को बालों से पकड़ रखा था, जबकि नादिरा और गुड़िया (चाची) ने उस पर मिट्टी का तेल डाला और उसके दादा अजीजुल्ला व दादी हसीना ने उसे ज़िंदा जलाने के लिए माचिस की तीली जलाई।
फ़िलहाल, सईदा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने सईदा के शौहर और ससुराल वालों के ख़िलाफ़ दहेज उत्पीड़न और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है।