उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल की बेहद शर्मनाक और हैरान करने वाली हरकत सामने आई है। यहाँ शरारत करने पर कक्षा 2 के छात्र को सजा के तौर पर प्रिंसिपल ने बिल्डिंग की छत से एक पैर पकड़ कर उल्टा लटका दिया। इस दौरान वहाँ अन्य छात्र-छात्राएँ भी मौजूद थे। एक बच्चे ने बताया कि प्रिंसिपल ने तकरीबन 10 मिनट तक बच्चे को हवा में लटका कर रखा।
कक्षा 2 का छात्र डर और दहशत में चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन माफी माँगने के बाद ही प्रिंसिपल ने उसे वापस खींचा। बच्चे को लटकाने का फोटो सोशल मीडिया वायरल हो गया, जिसके बाद छात्र के पिता रणजीत यादव की शिकायत पर जिलाधिकारी ने प्रिंसिपल के खिलाफ धारा 352, 506 व 75 जुवेनाइल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार होने पर, स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि उन्हें अपने किए पर पछतावा है।
गोलगप्पे खाने के दौरान बच्चे ने की शरारत
मामला मिर्जापुर के अहरौरा में स्थित सद्भावना शिक्षण संस्थान जूनियर हाईस्कूल (प्राइवेट स्कूल) का है। बताया जा रहा है कि गुरुवार की दोपहर स्कूल में कक्षा 2 में पढ़ने वाले छात्र ने गोलगप्पा खाने के दौरान बच्चों के साथ शरारत कर दी थी। इसके लिए प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा ने उसे सजा के तौर पर ऐसी सजा दी, जो वह शायद कभी ना भूल पाए।
प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा ने बच्चे का एक पैर पकड़ कर बिल्डिंग से उल्टा लटका दिया। बच्चा डर से चीखता-चिल्लाता रहा। इस दौरान वहाँ पर और भी बच्चे मौजूद थे। तभी किसी ने प्रिंसिपल की इस हरकत की फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकर ने मामले का संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल मौके पर जाकर जाँच करने का आदेश दिया। उन्होंने प्रिंसिपल के खिलाफ FIR दर्ज कराने का भी आदेश दिया। पीड़ित बच्चे के पिता ने आरोपित प्रिंसिपल के खिलाफ नजदीकी थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया है।
बच्चे के पिता रंजीत यादव ने कहा, “मेरा बेटा सिर्फ दूसरे बच्चों के साथ गोल गप्पे खाने गया था और वह थोड़ा शरारती है। मेरे बच्चे के शरारत पर उसके स्कूल के प्रिंसिपल ने ऐसी सजा दी, जिससे मेरे बेटे की जान को खतरा हो सकता था।” बताया जा रहा है कि स्कूल की मान्यता भी निरस्त कर दी जाएगी। इसके लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।