उत्तर प्रदेश पुलिस ने 23 नवंबर, 2023 से पूरे राज्य की इबादतगाहों और मस्जिदों में लगे अवैध लाउडस्पीकरों के खिलाफ अभियान चला रखा है। इस अभियान के तहत 3000 से अधिक लाउडस्पीकरों को उतरवाया गया है। ये लाउडस्पीकर विभिन्न मत-मज़हबों को मानने वाले लोगों की इबादतगाहों पर लगे थे। इसके अलावा 7 हजार से अधिक माइकों की आवाजों को कम करवाया गया। नियमों की अनदेखी करने के चलते 2 जिलों में FIR भी दर्ज हुई है जबकि कई जगहों पर चालान भी काटा गया है।
TOI के मुताबिक इबादतगाहों पर अवैध लाउडस्पीकर के खिलाफ 23 नवंबर से शुरू हुआ ये अभियान 1 महीने यानी 22 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस अभियान के तहत अब तक 61399 ऐसी जगहों को चेक किया गया है जहाँ लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। अधिकारियों को सुबह 5 से 7 बजे के बीच इबादतगाहों और मस्जिदों की चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष DG लॉ एंड आर्डर IPS प्रशांत कुमार ने बताया कि जिले से हर दिन ध्वनि प्रदूषण कम करने लिए किए जा रही प्रयासों की आख्या मँगवाई जा रही है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक कुल 3238 लाउडस्पीकरों को विभिन्न इबादतगाहों और मस्जिदों से हटवाया जा चुका है। इसके अलावा 7288 माइकों की आवाज तय मानक से तेज थी जिन्हें कम करवाया गया है। आदेशों की अनदेखी करने के चलते आगरा और प्रतापगढ़ जिले में 1-1 FIR दर्ज की गई है।
वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले में 21 लोगों का चालान किया गया है। ज़ोन के हिसाब से सबसे अधिक 698 लाउडस्पीकर गोरखपुर में हटाए गए। बता दें कि बरेली ज़ोन में सबसे अधिक 1975 माइकों की आवाज कम की गई। राजधानी लखनऊ में 538 लाउडस्पीकर विभिन्न इबादतगाहों से हटाए गए।
जिला स्तर पर सबसे अधिक नियम विरुद्ध 283 लाउडस्पीकर अम्बेडकरनगर में बज रहे थे। वहीं 195 माइकों के साथ बहराइच जिला दूसरे नंबर पर रहा। इसके अलावा 100 से अधिक इबादतगाहों को नोटिस जारी कर के नियमों का पालन करने की नसीहत दी गई है।