यूपी सरकार का दूसरे राज्यों में फँसे छात्रों, मजदूरों और गरीबों को वापस लाने का फैसला एक सराहनीय कदम है। योगी सरकार के अनुसार पहली खेप में हरियाणा से 82 बसों में सवार होकर 2224 लोग यूपी आ गए हैं। इन्हें इनके गृह जनपद में क्वारंटाइन किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना के मामलों को देखते हुए यूपी सरकार ने लॉकडाउन में किसी की राहत नहीं देने का फैसला किया है।
राजस्थान के कोटा में फँसे प्रदेश के हजारों छात्र-छात्राओं के बाद अब दूसरे प्रदेशों में फँसे लोगों को सरकार अपने प्रदेश ला रही है। उत्तर प्रदेश सरकार इस महामारी के दौर में प्रदेश के हर निवासी को लेकर चिंतित है। और उन्हें जल्द से जल्द लाने की कोशिश में जुटी हुई है। विपक्ष भी उनके इस फैसले की तारीफ कर रहा है।
हरियाणा से उत्तर प्रदेश लाए गए 2224 लोग
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम के निर्देश पर हरियाणा से 82 बसों के जरिए 2224 लोग यूपी लाए गए हैं। ये सभी अपने-अपने गृह जनपद में क्वारंटाइन किए जाएँगे। ये मजदूर प्रदेश के 16 जिलों के हैं। प्रदेश में प्रवेश से पहले इनकी स्कैनिंग की गई है जबकि इन सभी के गृह जनपद में एक बार फिर स्कैनिंग की जा रही है। साथ ही क्वारंटाइन सेंटर में यह लोग एक हजार रुपए व राशन किट के साथ भेजे जाएँगे। वहाँ पर उनको 14 दिन तक क्वारंटाइन किया जाएगा। इसी तरह अन्य राज्यों से भी लोगों को लाया जा रहा है।
लॉकडाउन में नहीं मिलेगी कोई छूट
अवनीश अवस्थी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले देखते हुए यूपी सरकार ने तय किया है कि लॉकडाउन की स्थिति यथावत रहेगी। रमजान को देखते हुए प्रदेश सरकार किसी भी जिले में लॉकडाउन में छूट नहीं देगी। प्रदेश में फिलहाल तीन मई तक किसी तरह से बड़ी दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी। बैठक के दौरान कोर टीम के कुछ अफसरों ने कहा कि अभी प्रदेश की स्थिति काफी अच्छी नहीं है। ऐसे में अगर थोड़ी भी छूट दी गई तो प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात और तेजी से बिगड़ जाएँगे फिर इसको संभालना मुश्किल होगा। अफसरों का तर्क था कि राज्य सरकार लॉकडाउन को लेकर गंभीर है। प्रशासन भी सख्त कदम उठा रहा है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालो पर सख्त कार्रवाई
साथ ही यह भी बताया कि सीएम ने मेडिकल इंफेक्शन रोकने के लिए भी प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल इंफेक्शन रोकने के लिए जल्द ही टीम का गठन होगा। आयुष डॉक्टरों की टीम को भी प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं।
लॉकडाउन को लेकर अवनीश अवस्थी ने बताया कि उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक 30163 एफआईआर दर्ज कर 31 हजार वाहन सीज किए गए हैं। अब तक 390 स्थानों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया। वहीं 44 विदेशियों के खिलाफ एफआईआर के साथ 269 के पासपोर्ट जब्त किए गए।