Monday, December 23, 2024
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तरन्नुम ने नवजात बेटे का नाम रखा रणविजय: लॉकडाउन में मसीहा बनी खाकी को बरेली के दंपती का सलाम

“जब मेरी बीबी ने मुझे देखा तब उसकी आँखों के आँसू रुके। उसने तुरंत रणविजय सर को मैसेज किया कि अगर बेटा हुआ तो वह उसका नाम रणविजय ही रखेगी। मेरे बरेली पहुँचने के करीब 45 मिनट के बाद मैं पिता बना। हमने उसका नाम रणविजय खान रखा है।”

कोरोना वायरस की विश्‍वव्‍यापी महामारी की वजह से पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है। घरों में कैद लोगों की जिंदगी की रफ्तार जैसे थम सी गई लगती है। लेकिन जिंदगी की जरूरतें कभी नहीं थमतीं। संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस का ऐसा सहृदय और मददगार रूप सामने आया है। पुलिस के इस जज्बे को सलाम करते हुए बरेली के दपंती ने अपने नवजात बेटे का नाम नोएडा के एडिशनल DCP रणविजय के नाम पर रखने का फैसला किया है।

असल में बरेली की रहने वाली तरन्नुम उर्फ़ तमन्ना अली खान को 25 मार्च को लेबर पेन शुरू हो गया। उसकी हालत बेहद खराब थी। उसका शौहर नोएडा में था। लॉकडाउन की वजह से उसका बरेली पहुॅंचना मुमकिन नहीं था और तमन्ना को कोई अस्पताल ले जाने वाला भी नहीं था। संकट की इस घड़ी में तमन्ना के लिए पुलिस मसीहा बनी। खाकी ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए बरेली में मौजूद गर्भवती महिला के पास नोएडा में फँसे उसके पति को पहुँचाया। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला ने सोशल मीडिया पर विडियो जारी कर अपना दर्द बयाँ किया। बरेली पुलिस ने इस पर संज्ञान लेते हुए नोएडा पुलिस से संपर्क किया। फिर नोएडा पुलिस ने तमन्ना के शौहर अनीस खान को सकुशल बरेली पहुँचा दिया।

तमन्‍ना की डिलिवरी सकुशल हुई और उसने एक बेटे को जन्‍म दिया। होश में आने के बाद उन्‍होंने सबसे पहले बरेली और नोएडा पुलिस का आभार जताया। तमन्‍ना ने कहा, “सचमुच आप लोग खाकी में भगवान हैं।’ तमन्ना ने डिलीवरी के बाद एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “मेरा नाम तमन्ना है, मैं बरेली की रहने वाली हूँ। अब से कुछ ही वक्त पहले शायद चार या पाँच घंटे पहले मैं मौत और जिंदगी से लड़ रही थी। मेरे हसबैंड नोएडा में फँसे हुए थे और यहाँ मुझे लेबर पेन हो रहा था। मुझे हॉस्पिटल पहुँचाने वाला भी कोई नहीं था और आज मेरा प्यारा सा बेटा है और मेरे हसबैंड मेरे पास हैं और ये सब पॉसिबल हुआ एसएसपी बरेली, बरेली पुलिस, कमिश्नर सर और एडिशनल DCP रणविजय सर। वैरी स्पेशल थैंक्स यू टू ऑल ऑफ यू आप लोगों के प्रयास की वजह से मेरे हसबैंड बरेली आ पाए और मुझे हॉस्पिटल में एडमिट कर पाए और मैंने प्यारे से बेटे को जन्म दिया है। खाकी में भगवान हैं आप लोग सचमुच, बहुत-बहुत शुक्रिया। आज आप लोगों की वजह से ही शायद मैं जिंदा हूँ।”

तमन्ना ने अपने नवजात बेटे का नाम एडिशनल DCP रणविजय सिंह के नाम पर रणविजय खान रखा है। बता दें कि इससे पहले तमन्‍ना ने नोएडा के अडिशनल डीसीपी कुमार रणविजय का धन्‍यवाद देते हुए एक मैसेज में इच्‍छा जताई थी कि अगर उनका बेटा हुआ तो वह उसका नाम रणविजय रखेंगी।

तमन्ना के शौहर अनीस ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में कहा, “जब मेरी बीबी ने मुझे देखा तब उसकी आँखों के आँसू रुके। उसने तुरंत रणविजय सर को मैसेज किया कि अगर बेटा हुआ तो वह उसका नाम रणविजय ही रखेगी। मेरे बरेली पहुँचने के करीब 45 मिनट के बाद मैं पिता बना। हमने उसका नाम रणविजय खान रखा है। मेरी बीबी को बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि मैं उसके पास पहुँच पाऊँगा लेकिन पुलिस की मदद से पहुँच गया।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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