उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में मोहर्रम के जुलूस निकालते वक्त एक बड़ा हादसा हो गया। जिले के मांडा थाना क्षेत्र के कनेवरा गाँव में मंगलवार (9 अगस्त 2022) को मोहर्रम का जुलूस निकाला जा रहा था। इसी दौरान ताजिया 33 हजार वोल्ट की हाई टेंशन तार से टच हो गया। इसके बाद धमाके के साथ चिंगारी निकली और ताजिए में करंट दौर गया। इससे जुलूस में शामिल 26 लोग झुलस गए।
इस घटना के जुलूस में शामिल लोगों में चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने झुलसे लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डीएम और एसएसपी ने भी अस्पताल पहुँचकर घायलों का हाल चाल जाना। पुलिस ने बताया कि मोहरर्म का जुलूस कर्बला के लिए जा रहा था। लेकिन घटना के बाद कर्बला में बिना दफनाए ही ताजिया वापस लेकर गाँव लेकर लौटना पड़ा।
अभी तक की जाँच में यह बात सामने आई है कि यह घटना लापरवाही की वजह से हुई है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ताजिया जुलूस का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि ताजियादारों को ऊँचाई के बारे में बखूबी मालूम था। लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया और आगे बढ़ गए। इसी दौरान ताजिया हाई वोल्टेज तार से छू गया और यह घटना घटी।
कुछ लोगों ने तार के ढीले होने की बात भी पुलिस से कही। हालाँकि जब इसकी जाँच की गई तो पता चला कि तार सही हैं। इतना ही नहीं, ताजिया को जब वापस उसी रास्ते से निकाला गया तो वह तार के संपर्क में नहीं आया। डीएम संजय कुमार खत्री ने इस घटना की जाँच के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली का तार जमीन से 25 फीट की ऊँचाई पर है। ताजिया ले जाने में लापरवाही बरती गई है। इलाज की समुचित व्यवस्था करा दी गई है। डॉक्टरों के मुताबिक सभी लोग खतरे से बाहर हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर में भी मंगलवार को मोहर्रम का जुलूस निकालते समय ताजिए में आग लग गई थी। आसपास के हिंदुओं ने फौरन इस पर काबू पा लिया था। एक हिंदू महिला ने जली हुई ताजिया की गुंबद को ढँकने के लिए अपनी साड़ी तक दे दी थी। बता दें कि यह वही जगह थी, जहाँ लगभग डेढ़ महीने पहले कन्हैया लाल की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। जिस जगह पर ताजिया में आग लगी, उससे सिर्फ 300 मीटर की दूरी पर इस घटना को अंजाम दिया गया था।