उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में नागलिया आकिल मस्जिद में अजान देने वाले 62 वर्षीय इमाम की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई। इमाम की चीख सुनकर बचाने आए एक और मौलवी पर हमलावर ने हमला बोला। गला काटकर हत्या की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस के आला अफसर गाँव पहुँच गए। पुलिस ने आरोपित को कब्जे में लेने के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।
वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर वहाँ से भागने की फिराक में था। मगर ग्रामीणों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ FIR भी दर्ज किया गया है।
आरोपित की पहचान जलीस के रूप में हुई है, जबकि मृतक का नाम सागीर बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जाँच में पाया गया कि आरोपित जलीस की सागीर के साथ सुबह में दिए जाने वाले अजान को लेकर दुश्मनी थी। उन्होंने बताया कि जलीस, सागीर को हटा कर खुद सुबह की अजान देना चाहता था।
घटना अजीमनगर थाना क्षेत्र के नगलिया आकिल गाँव की है। गाँव निवासी 60 वर्षीय सगीर बेग गाँव की बिलाल मस्जिद की देखभाल करते थे और अजान देते थे। गुरुवार (फरवरी 25, 2021) को भी वह फज्र की नमाज के लिए अजान देने गए थे। अजान के बाद उन्होंने नमाज पढ़ी और फिर कलाम पाक की तिलावत करने लगे।
आरोप है कि मस्जिद के पड़ोस में रहने वाला जलीस अहमद हाथ में चाकू लेकर वहाँ आ गया और उन पर हमला कर दिया। चाकू से गला काटकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि इमाम की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपित के खिलाफ धारा 302 और 307 के तहत FIR दर्ज की गई है।
अजीमनगर थाना प्रभारी रविद्र कुमार ने बताया कि मृतक कई साल से गाँव के कमरूल जमा के घर रहते थे और मस्जिद की देखभाल करते थे। वह रोजाना मस्जिद में अजान पढ़ते थे। पूछताछ के दौरान जलीस ने बताया कि पहले वह मस्जिद में अजान पढ़ता था। कुछ दिन से सगीर बेग अजान पढ़ने लगे और उसे नहीं पढ़ने दे रहे थे।
गुरुवार को वह मस्जिद से पानी लेने गया तो सगीर बेग पानी लेने से मना करने लगा। उसे गुस्सा आ गया। चाकू लेकर पहुँचा और उनकी चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या करते समय शमसुद्दीन ने पकड़ना चाहा तो उसके ऊपर भी जान से मारने की नीयत से चाकू से वार किया और मौके से फरार हो गया था।