उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ में दो दिन पुराने विवाद को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। इस बीच दोनों ओर से घंटों तक पथराव हुआ, जिसमें 12 लोग घायल हो गए। वहीं प्रधान पक्ष पर फायरिंग करने का भी आरोप है। सूचना पर पहुँची पुलिस ने फायरिंग के आरोप में प्रधान सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गाँव में पुलिस फोर्स के साथ आरएएफ को तैनात कर दिया गया है। साथ ही समुदाय विशेष के प्रधान सहित 50 नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
अमर उजाला की खबर के मुताबिक अलीगढ़ शहर से सटे थाना गाँधीपार्क क्षेत्र के गाँव कमालपुर में जारी लॉकडाउन के बीच मंगलवार दोपहर को ग्राम प्रधान चमन खाँ की मौजूदगी में राशन वितरण किया जा रहा था। राशन लेने के लिए गाँव का ही सौरभ पुत्र ओमप्रकाश राशन डीलर के यहाँ पहुँचा। आरोप है कि दो दिन पुराने विवाद का बदला लेने के लिए प्रधान पक्ष के लोगों ने युवक के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस बात की जानकारी पीड़ित युवक ने घर आकर बताई।
इसके बाद ही प्रधान पक्ष के लोगों ने युवक के घर पर हमला करते हुए पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते दोनों ओर से जमकर पथराव होने लगा। इस दौरान दोनों समुदाय के बीच घंटों तक पथराव जारी रहा। इस बीच प्रधान पक्ष पर फायरिंग करने का भी आरोप है। इसकी सूचना जैसे ही अलीगढ़ पुलिस को हुई तो प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ गए। तत्काल बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के आला अधिकारी गाँव में पहुँच गए और सख्ती के साथ स्थिति को काबू में किया।
दोनों समुदाय के बीच घंटों चले पथराव में सौरभ, विवेक, इंद्रपाल, सुमित, टीटू, शरद, पुनीत, सोनू, पप्पू, माया, कल्लो, पूरन सहित कुल 12 लोग घायल हो गए। सभी को पुलिस ने अलीगढ़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं पुलिस ने मौके पर पीछा कर प्रधान चमन खाँ पक्ष के 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने तत्काल कानूनी कार्रवाई करते हुए पूरन सिंह की तहरीर के आधार पर प्रधान चमन खाँ सहित 50 लोगों के नामजद, जबकि 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंस को तोड़ते हुए राशिद नाम का युवक बीच में घुस गया था। इस पर कुछ युवकों ने उसके साथ मारपीट की थी। यह मामला पुलिस चौकी तक भी पहुँचा, लेकिन सभ्रांत लोगों की मौजूदगी में इसे सहमति के बाद रफा-दफा कर दिया गया। वहीं गाँव कमालपुर में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स के साथ आरएएफ को तैनात कर दिया गया है। साथ ही पुलिस आरोपितों की धरपकड़ में लगातार छापेमारी कर रही है।