वाराणसी में भी शाहीन बाग़ की तर्ज पर अराजकता फैलाने की साज़िश थी, जिसे पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया। फिर भी कई प्रदर्शनकारी अड़े हुए हैं और उन्होंने महिलाओं व बच्चों को आगे कर के उपद्रव शुरू कर दिया है। काशी के बेनिया बाग़ में सीएए और एनआरसी के विरोध के नाम पर प्रदर्शनकारियों ने धरना जमा दिया और स्थानीय लोगों के लिए परेशानियाँ पैदा की। गुरुवार (जनवरी 23, 2020) को जब उपद्रवियों ने वहाँ डेरा जमाया तो पुलिस ने कुछ अराजक तत्वों को गिरफ़्तार कर लिया। इसके बाद बड़ी संख्या में भड़के दंगाइयों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी।
वाराणसी में #CitizenshipAmendmentAct का विरोध कर रही महिलाओं से पुलिस ने खाली कराया बेनियाबाग मैदान, भीड़ ने किया पथराव. @nishantchat pic.twitter.com/d3M92TAHjR
— TV9 भारतवर्ष (@TV9Bharatvarsh) January 23, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कानपुर में आयोजित एक रैली में कह चुके हैं कि कई लोग अब महिलाओं व बच्चों को सड़क पर प्रदर्शन के लिए छोड़ कर ख़ुद घरों में रजाई में घुस कर सो रहे हैं। उन्होंने यही बात आगरा में आयोजित रैली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में दोहराई। सीएम योगी ने कहा कि अब दंगाइयों के भीतर संपत्ति जब्त होने का डर बैठ गया है, जो कि अच्छी बात है। साथ ही उन्होंने कहा कि अलग-अलग तरीकों से उपद्रव कर रहे दंगाइयों से निपटने के लिए सरकार भी क़ानून के तहत अलग-अलग रास्ते तलाशेगी।
बेनिया बाग़ में उपद्रवियों ने गिरफ़्तार किए गए अराजक तत्वों को छुड़ाने के लिए पुलिस की नाक में दम कर दिया। पुलिस का प्रयास था कि स्थानीय लोगों को इस झड़प के कारण दिक्कत न पहुँचे। अंततः दर्जनों उपद्रवियों को पुलिस से छुड़ाने में अराजक तत्व कामयाब हुए और पुलिस को वहाँ से खाली हाथ लौटना पड़ा। पुलिस ने फ़िलहाल एक दर्जन उपद्रवियों को शिकंजे में लेकर थाने में रखा हुआ है। एसएसपी ने कहा है कि उपद्रवियों के पीछे अगर किन्हीं राजनीतिक दलों का हाथ है तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 1200 उपद्रवियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है। अलीगढ़, प्रयागराज और इटावा में कई दंगाइयों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। रायबरेली के टाउनहॉल में भी कई महिलाएँ बच्चों के साथ विरोध प्रदर्शन करने पहुँची हुई हैं। वाराणसी पुलिस ने स्पष्ट कह दिया है कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों को कोई दिक्कत नहीं पहुँचाई जा रही है, उलटा उनके लिए अलग से जगह उपलब्ध कराई गई है