विश्व हिंदू परिषद (विहिप) रविवार (सितंबर 29, 2019) को पूर्वोत्तर दिल्ली के एक मंदिर में भारत माता की 7 फुट की मूर्ति स्थापित करेगी। इस प्रतिमा को सोनिया विहार के एक मंदिर में स्थापित किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के फैसले के समर्थन में विहिप यह प्रतिमा लगाने जा रही है। साथ ही इसके जरिए विश्व हिन्दू परिषद के 55वें स्थापना दिवस को भी यादगार बनाने की कोशिश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 1964 में हुई थी।
विहिप के वरिष्ठ अधिकारी अभिलाष सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से भारतीयों की एकता की भावना और अधिक मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि उनके अंदर देशभक्ति की भावना इतनी मजबूत है कि भारत माता की मूर्ति लगाने का फैसला किया है। अभिलाष ने कहा कि उन्होंने तो ऐसे भी सुझाव भी दिए थे कि लोगों को अपने देवी-देवताओं से अधिक भारत माता की पूजा-प्रार्थना करनी चाहिए।
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जब वो दुकान में भारत माता की मूर्ति खरीदने के लिए गए तो दुकान में उनकी एक भी मूर्ति उपलब्ध नहीं थी। उन्होंने कहा कि दुकानदार ने उनसे बताया कि उसकी दुकान पर पिछले 40 सालों से किसी ने भी भारत माता की मूर्ति की माँग नहीं की है। अभिलाष ने बताया कि मूर्ति जयपुर से मँगवाई गई है। रविवार को स्थापना के दौरान प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।
भारत माता की विशाल प्रतिमा को विहिप के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य सहयोगियों जैसे दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल की उपस्थिति में स्थापित किया जाएगा। विहिप ने इस आयोजन की बड़े पैमाने पर तैयारी की है। अभिलाष ने कहा, “दुर्गा वाहिनी की बहनों द्वारा चार किलोमीटर की ‘शोभा यात्रा’ निकाली जाएगी और साथ ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मोटरसाइकिल रैली निकालेंगे। यह पहले नवरात्र का दिन है। जो कि शुभ है।”