ऑनलाइन शॉपिंग के लिए प्रसिद्ध अतंर्राष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन के माध्यम से गाँजा की तस्करी का मामला सामने आया है। गाँजा की तस्करी आंध्र प्रदेश से करी पत्ता की आड़ में की जाती थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही उनकी निशानदेही पर 20 किलोग्राम गाँजा भी जब्त किया है। पिछले 4 महीने में आरोपियों ने अमेजॉन के जरिए 1,000 किलोग्राम गाँजा की ऑनलाइन आपूर्ति की है, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ 10 लाख रुपये है।
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया, “अमेजॉन द्वारा गाँजे की तस्करी पर कार्रवाई की गई है। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से गाँजा लाकर मध्य प्रदेश से अन्य स्थानों पर 2-2kg का कन्साइनमेंट बनाकर भेजा जा रहा था। कल्लू नाम के एक व्यक्ति को भिंड के छिमका स्थित गोविंद ढाबा से अरेस्ट किया गया है और पिन्टू नाम का जो ढाबा संचालक है, उसके नाम से भी अमेजॉन का कन्साइनमेंट आया था। हरिद्वार के रहने वाले मुकेश जायसवाल को वहाँ के पुलिस के माध्यम से अभिरक्षा में लिया गया है।”
एसपी मनोज सिंह ने बताया कि हर कन्साइनमेंट के साथ अमेजॉन द्वारा 67 प्रतिशत की वसूली की जाती थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अमेजॉन से जानकारी माँगी गई है और अगर उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कल्लू ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने अमेजॉन प्लेटफॉर्म के जरिये पिछले 4 महीने में 1 टन (1,000 किलोग्राम) गाँजा की तस्करी की है। आरोपी Babu Tax नाम से एक फर्म बनाकर इसे विशाखापत्तनम में अमेजॉन के सेलर के रूप में पंजीकृत कराया था।
We’re currently investigating whether there is any non-compliance on part of the seller. We assure full co-operation & support required to investigating authorities & law enforcement agencies with ongoing investigations: Amazon India spokesperson https://t.co/Eag95uWA1d
— ANI (@ANI) November 15, 2021
इस मामले पर अमेजॉन इंडिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेजॉन इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “वर्तमान में हम जाँच कर रहे हैं कि विक्रेता की ओर से नन-कम्पलाएंस का मामला तो नहीं है। हम इस मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आवश्यक और पूर्ण सहयोग देंगे।” कंपनी ने आगे कहा, “हम उन उत्पादों की लिस्टिंग और बिक्री की अनुमति नहीं देते हैं, जिन्हें भारत में बेचने के लिए कानून के तहत प्रतिबंधित किया गया है।” पूछताछ के लिए पुलिस ने अमेजॉन के स्थानीय अधिकारी को बुलाया है।
इस मामले के सामने आने के बाद व्यवसायियों की संस्था CAIT (कैट) के प्रदेश (मध्य प्रदेश) अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा कि अमेजॉन से कढ़ी पत्ता के नाम पर गाँजा की सप्लाई होना गंभीर बात है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है। कैट मंगलवार (16 अक्टूबर) से देश भर में अमेजॉन पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाएगी। इस संबंध में प्रदेश व देश के गृहमंत्री से मिलकर उच्चस्तरीय जाँच की माँग की जाएगी।
दरअसल, मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस को अमेजॉन द्वारा गाँजा की तस्करी की सूचना मिली थी, इसके बाद भिंड के एसपी ने साइबर सेल की टीम को इस मामले की जाँच की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस मामले में ग्वालियर के मुरार निवासी कल्लू को संदिग्ध पाया गया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर गोविंद ढाबा से पिंटू को भी गिरफ्तार किया गया। वहाँ पुलिस ने 20 किलोग्राम गाँजा सहित अमेजॉन की पैकिंग के डब्बे, रैपर, बारकोड टैगिंग आदि सामान भी जब्त किया है।