पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक गाड़ी से 17 बक्से मिले हैं। इन बक्सों में विस्फोटक भरे हुए थे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सोमवार (10 अप्रैल, 2023) दोपहर को स्थानीय लोगों ने पुलिस को बीरभूमि के मुररई में लावारिश गाड़ी खड़ी होने की सूचना दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने जब गाड़ी की जाँच की तो उसमें जिलेटिन से भरे विस्फोटक प्राप्त हुए।
पुलिस ने जिलेटिन से भरे बक्सों को जब्त कर लिया है। इसकी जाँच की जा रही है। रिपोर्टों के मुताबिक, पुलिस ने संदिग्ध कार से 17 बक्से बरामद किए जिनमें 3400 जिलेटिन की छड़ें रखी हुई थीं। पुलिस ने कार और विस्फोटकों को कब्जे में ले लिया है।
बीरभूम जिले के एसपी भास्कर मुखोपाध्याय ने का कहना है कि पूरे मामले की जाँच की जा रही है। शुरुआती जाँच में गाड़ी से प्राप्त विस्फोटक के संबंध में हमें कोई दस्तावेज नहीं मिले। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि विस्फोटक कहाँ से और क्यों लाए जा रहे थे। भास्कर मुखोपाध्याय ने कहा कि पुलिस संदिग्ध गाड़ी के मालिक का भी पता लगा रही है।
इसके पहले भी मुर्शिदाबाद और वीरभूमि जिले से विस्फोटक बरामद किए जा चुके हैं। जिसकी जाँच एनआईए कर रही है। बता दें वीरभूम जिले से जुलाई 2022 में 81 हजार डेटोनेटर बरामद किए गए थे। अधिकारी इस बात की भी जाँच कर रहे हैं कि सोमवार को मिले जिलेटिन की छड़ों और जुलाई में प्राप्त डेटोनेटर्स के तार एक ही जगह से तो नहीं जुड़ रहे।
बता दें इलाके में उत्खनन के लिए भी विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जाता है। रिपोर्टों के मुताबिक, एक से दो खदानों को छोड़ बाकी के पत्थर खदान वालों के पास विस्फोटक के लाइसेंस नहीं है। बिना लाइसेंस के खादान वाले अवैध तरीके से हासिल विस्फोटक का उपयोग कर पत्थर तोड़ते और प्राप्त करते हैं। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में रामनवमी के बाद कई जिलों में हिंसा भड़की थी। ऐसे में अवैध रूप से मिलने वाले विस्फोटकों से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े होना स्वाभाविक है।