पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के नैहाटी में स्थित एक पटाखा फक्ट्री में आग लगने से 4 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में फैक्ट्री के मालिक नूर हुसैन को गिरफ़्तार कर लिया है। उसके ख़िलाफ़ ‘एक्सीडेंटल मर्डर’ व अन्य धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने काफ़ी देर तक नूर हुसैन से पूछताछ की। ब्लास्ट में मारे गए चारों व्यक्ति उस पटाखा फैक्ट्री में बतौर मजदूर कार्यरत थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना जबरदस्त था कि 3 किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई पड़ी। फैक्ट्री की छत का नामोनिशान तक मिट गया और दीवारें ढह गईं।
इतना बड़ा धमाका होने के कारण पुलिस को शक है कि फैक्ट्री में अवैध और प्रतिबंधित बम बनाए जा रहे थे। पटाखा फैक्ट्री के नाम पर बम बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी, स्थानीय लोगों ने ऐसा दावा किया है। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने आशंका जताई कि इस फैक्ट्री का सम्बन्ध आईएसआई या अन्य आतंकी संगठनों से हो सकता है। उन्होंने कहा कि इलाक़े में कई ऐसी फैक्ट्रियाँ हैं, जहाँ पटाखों के नाम पर प्रतिबंधित बम बनाए जाते हैं। उन्होंने इन फैक्ट्रियों के टेरर लिंक की जाँच एनआईए से कराने की माँग की। फैक्ट्री में क्रूड बम बनाने जाने की सम्भावना राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी जताई है। उन्होंने इस मामले की जाँच किए जाने की बात कही।
राज्यपाल ने कहा कि वो नैहाटी के मस्जिदपारा में हुए ब्लास्ट से हैरान हैं और 4 मौतों के कारण दुःखी हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर स्तर पर जो भी लोग जिम्मेदार हैं, उनकी पहचान होनी चाहिए। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सम्बोधित करते हुए ये बातें कही। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के कारण आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है। कोलकाता से 100 किलोमीटर दूर बर्दवान में हुए एक ब्लास्ट में कई बांग्लादेशी जिहादियों के नाम सामने आए थे। इस घटना के बाद पता चला था कि बांग्लादेशी जिहादी राज्य को नए पनाहगार के रूप में प्रयोग कर रहे हैं।
.@MamataOfficial. Several deaths in blasts at factory at Masjidpara, Naihati has pained and shocked me. Allegations that crude bombs were being made in illegal factory warrants intense expert probe. Accountability of all in the administration needs to be fixed promptly.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) January 4, 2020
उस ब्लास्ट में इंडियन मुजाहिद्दीन के 2 आतंकी मारे गए थे और एक व्यक्ति घायल हो गया था। इस ब्लास्ट के बाद तलाशी में भारी मात्रा में हथियार बरमाद किया गया था। मृतकों का नाम शकील अहमद और स्वप्न मंडल था। वहीं घायल की पहचान अब्दुल हामिद के रूप में हुई थी। इसके बाद एनआईए ने जाँच में कई ऐसे मदरसों को अपने रडार में लिया था, जहाँ आतंकियों को पनाह दी जा रही थी और आतंकी गतिविधियाँ खुलेआम संचालित की जा रही थी।