पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कई महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहाँ शेख और उसके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इसके बाद से यह मामला गरमाया हुआ है। इस बीच राज्य के मालदा जिले के मोथाबारी इलाके में गुरुवार (15 फरवरी) को 25 वर्षीय एक महिला का अर्धनग्न शव उसके घर से कुछ दूरी पर मक्के के खेत में मिलने से सनसनी फैल गई है।
पीड़िता की पहचान कल्पना मंडल के रूप में हुई है। वह सरस्वती पूजा (14 फरवरी) की शाम को लापता हो गई थी। इसके बाद से ही उसका परिवार चिंता में डूब गया। उसके परिवार के सदस्यों को संदेह है कि मृतक के साथ बलात्कार किया गया है और फिर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। परिजनों का दावा है कि मृतक के शरीर पर हमले के निशान और चाकू के कई घाव थे।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कल्पना सरस्वती पूजा की सुबह सब्जियां लाने के लिए मोथाबाड़ी के श्रीपुर कॉलोनी इलाके में अपने घर से निकली थी। हालाँकि, जब वह घर लौटने में विफल रही, तो उसकी तलाश शुरू की गई, जिसके बाद गुरुवार की सुबह उसकी हालत गंभीर हुई। उसके दुखी परिवार के सदस्यों ने उसके लापता होने से पहले की घटनाओं को याद किया।
मृतका की माँ ने कहा, “कल हमारे गाँव में सरस्वती पूजा का उत्सव था। उत्सव और संगीत में मेरी बेटी भी शामिल थी। उसने शाम को मेरी एक पोती से कहा कि वह बाथरूम जा रही है, लेकिन वह कभी वापस नहीं लौटी। रात होते ही मेरे बेटे ने रात का खाना बनाने के लिए अपनी बहन को खोजना शुरू किया, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। इसके बाद हमें चिंता होने लगी।”
लड़की की माँ ने बताया, “हमने रात भर अथक प्रयास कर उसकी खोज की। आज सुबह उसका शव हमें मिला। मेरी बेटी की शादी को कुछ साल हो गए थे, लेकिन वह अपने पति के साथ समस्याओं के कारण हमारे साथ रहने के लिए वापस आ गई थी। उसका कोई अन्य मामला नहीं था। मुझे नहीं पता कि उसे किसने मारा या क्यों मारा।”
मृतका कल्पना मंडल के भाई ने कहा, “सरस्वती पूजा की रात मैं खिचड़ी और करी खाना चाहता था। मैं शाम को बाहर गया और लौटकर जब अपनी बहन को ढूंढने लगा तो पता चला कि वह गायब है। हमने तुरंत उसकी खोजबीन शुरू कर दी। मैं आज सुबह मुझे पता चला कि दीदी का शव मकई के खेत में पड़ा है। शव लगभग नग्न था। हमें संदेह है कि उसके साथ दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या की गई है।”
परिजनों का कहना है कि उन्होंने मोथाबारी पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। बता दें कि 31 जनवरी 2024 को मालदा शहर में 11 साल की एक लड़की की सिर कटी लाश मिली थी। उसका सिर और धड़ शहर में अलग-अलग स्थानों पर पाए गए थे। अब मालदा के पास मोथाबाड़ी में एक युवती का अर्धनग्न शव मिला है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, “ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए नरक बन गया है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब किसी महिला के साथ बलात्कार और हत्या न होती हो। अपराध की क्रूरता अक्सर इतनी रोंगटे खड़े कर देने वाली होती है कि कोई भी कई दिनों तक सो नहीं पाता है। लेकिन, जब तक ममता बनर्जी को वोट मिलते रहेंगे, तब तक उन पर कोई असर नहीं होगा।”
उन्होंने आरोप लगाया, “किसी भी अपराधी पर कभी मुकदमा नहीं चलाया जाता, क्योंकि वे लगभग हमेशा सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े होते हैं। बंगाल में अराजकता है। वहाँ मुख्यमंत्री और उनका आपराधिक पुलिस बल न केवल महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल है, बल्कि पीड़ितों को न्याय से वंचित करने के लिए भी सक्रिय रूप से काम कर रहे है। ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की महिलाओं के लिए अभिशाप हैं।”
West Bengal, under Mamata Banerjee, has become hell for women… Not a day goes when a woman is not raped and murdered. The brutality of the crime is often so spine chilling that one can’t sleep for days. But nothing affects Mamata Banerjee, as long as she keeps getting the… pic.twitter.com/bREGJop4Mb
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 15, 2024
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाएँ टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि उनका लंबे समय से यौन शोषण किया जा रहा है। मामला मीडिया में आने और विरोध प्रदर्शन के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
संदेशखाली की कई महिलाओं ने बताया कि ईडी टीम पर हमले के मास्टरमाइंड शेख शाहजहाँ और अन्य टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र की महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है। महिलाओं के अनुसार, टीएमसी कार्यकर्ता नियमित रूप से इलाके में आते हैं और ‘खूबसूरत महिलाओं’ को चुनकर अपने साथ जबरन ले जाते हैं। कुछ महिलाओं ने कहा कि उन्हें रात में पार्टी कार्यालय ले जाया गया और पुरुषों के ‘पूरी तरह संतुष्ट’ होने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।