पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाना किसी अपराध से कम नहीं है। फिर चाहे जय श्री राम का ये नारा कोई बड़े-बुजुर्ग लगाए, या फिर कोई स्कूल का छात्र। इस अपराध की सजा हर किसी को भुगतनी पड़ती है। लोकसभा चुनाव 2019 के समय से ही पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने पर टीएमसी गुंडों द्वारा लोगों के साथ मारपीट की जा रही है। अब छोटे-छोटे मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा जा रहा।
ताजा मामला हावड़ा के श्री रामकृष्ण शिक्षालय नामक स्कूल का है, जहाँ गुरुवार (जुलाई 11, 2019) को एक शिक्षक ने पहली कक्षा में पढ़ने वाले छात्र आर्यन सिंह की सिर्फ इसलिए बेरहमी से पिटाई कर दी, क्योंकि उसने क्लास में जय श्री राम बोल दिया था। पिटाई से छात्र काफी डरा हुआ है, वो स्कूल जाने से मना कर रहा है।
पिटाई के बाद से बच्चा सदमे में!https://t.co/W3eMphvpED
— News18 India (@News18India) July 11, 2019
पीड़ित छात्र आर्यन के पिता चंदन सिंह का कहना है कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद जब वो आर्यन को लाने के लिए गए तो उसने जय श्री राम बोलने पर की गई मारपीट की शिकायत की। आर्यन ने बताया कि पहली क्लास खत्म होने और दूसरी क्लास शुरू होने के बीच उसके एक दोस्त आकाश साव ने उससे जय श्री राम बोलने के लिए बोला तो उसने बोल दिया। उसी समय क्लास रुम के पास से गुजर रहे एक शिक्षक ने सुन लिया और फिर कक्षा में आकर उसकी पिटाई कर दी और जय श्री राम का नारा लगाने से मना भी किया।
चंदन सिंह ने कहा कि वो इसके बारे में शुक्रवार (जुलाई 12, 2019) को हेडमास्टर से शिकायत करेंगे। उनका कहना है कि वो इस मामले में कोई राजनीति नहीं, बल्कि स्कूल से स्पष्टीकरण चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आखिर जय श्री राम कहने में दिक्कत क्या है? स्कूल के नाम से राम का नाम जुड़ा है, ऐसे में जय श्री राम कहने में परेशानी क्या है? चंदन सिंह ने इस बाबत स्कूल संचालान कमेटी को चिट्ठी लिखकर अपने बेटे के अपराध के बारे में पूछा है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव संजय सिंह ने इस मामले को दु:खद बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा माहौल बनाया है कि जय श्री राम अपशब्द बनता जा रहा है। जय श्री राम बोलना जैसे गुनाह हो गया है। गौरतलब है कि, अभी कुछ दिनों पहले ही पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में बीजेपी कार्यकर्ता कृष्ण देवनाथ के जय श्री राम बोलने पर टीएमसी गुंडों ने इतनी बेरहमी से पिटाई की थी कि उनकी मौत हो गई।