टेरर फंडिंग के मामले में उम्रकैद की सजा पाने के बाद आतंकवादी यासीन मलिक (Yasin Malik) के समर्थकों ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हिंसा और उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। उसके श्रीनगर स्थित घर के बाहर कट्टरपंथी मुस्लिमों की भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने मुस्लिमों पर जमकर पत्थरबाजी भी की। इस दौरान भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे।
यासीन मलिक का घर श्रीनगर के मायसुमा इलाके में स्थित है। ये इलाका लाल चौक के पास ही स्थित है। वायरल हो रहे वीडियो में मुस्लिम महिलाओं ने भी ‘हम चाहते आजादी’,’ नारा एक तकबीर अल्लाहु अकबर’ जैसे मजहबी नारेबाजी की। इस बीच हालात को बिगड़ने से रोकने के लिए प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। बड़ी संख्या में पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ के भी जवानों को डिप्लॉय किया गया है।
इसके साथ ही सुरक्षाबलों ने किसी भी वारदात को रोकने के लिए पहले से अधिक सतर्कता के साथ घाटी में गश्ती शुरू कर दिया है। श्रीनगर के सभी थाना प्रभारियों को खुद हर इलाके में गश्त करने पर लगा दिया गया है। जगह-जगह नाकाबंदी कर संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चाक-चौबंद कर दिया गया है। यासीन मलिक को सजा के चलते बुधवार को श्रीनगर के अधिकतर भागों में बाजार बंद रहे। हालाँकि, प्रशासन ने लोगों की आवाजाही को बंद नहीं किया है। केवल चेकिंग बढ़ा दी गई है।
मलिक को सजा से तड़पा पाकिस्तान
‘जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट’ के सरगना आतंकी यासीन मलिक को एनआईए कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्तान के कट्टरपंथी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताते हुए यूएन से इस मामले में हस्तक्षेप की माँग की थी। इसके अलावा अफरीदी ने मोदी सरकार को फासिस्ट बताया था।
वहीं पाकिस्तानी नागरिक और यासीन मलिक की बीवी ने शौहर मलिक को मासूम करार देते हुए पाकिस्तान की संसद में एक प्रस्ताव पारित करने की माँग की थी। उसने भारत पर उसे टॉर्चर करने का आरोप लगाया था।