कर्नाटक के बेंगलुरु में एक मुस्लिम युवक पर एक नाबालिग हिन्दू लड़की के धर्मांतरण के दबाव और यौन शोषण का आरोप लगा है। आरोपित का नाम यूनुस पाशा है। बताया जा रहा है कि पाशा ने पीड़िता को वीडियो कॉल पर प्राइवेट पार्ट दिखाने के लिए भी मजबूर किया। पीड़िता के पिता की तहरीर पर यूनुस के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुतबिक, मामला नागमंगला टाउन का है। पीड़िता के पिता ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि 12 नवंबर को उनकी बेटी परेशान थी। इसकी वजह पूछने पर उसने यूनुस पाशा फयाज अहमद नाम के लड़के से अपनी बातचीत होने की जानकारी दी। पीड़िता ने बताया कि फयाज ने उसके पास एक स्मार्टफोन और सिम भिजवा कर वीडियो कॉल करने के लिए कहा था। इसी दौरान उसने पीड़िता से अपना प्राइवेट पार्ट भी दिखाने की जिद की थी, जिसे पीड़िता ने मान लिया था।
अपनी शिकायत में पीड़िता के पिता ने आगे बताया कि यूनुस पाशा ने उनकी बेटी की वीडियो कॉल भी रिकार्ड की है। बाद में वो पीड़िता को उसकी आपत्तिजनक तस्वीरों के सहारे ब्लैकमेल करने लगा। 10 नवंबर, 2022 को जब पीड़िता अपनी नानी के घर गई तब आरोपित ने उसे नींद की गोलियाँ दीं जिसे उसने घर के खाने में मिलाने के लिए कहा। इसी दौरान यूनुस ने पीड़िता का यौन शोषण किया। यह यौन शोषण पीड़िता के ही घर में हुआ। बाद में उसने पीड़िता से इस्लाम कबूल कर के खुद से निकाह करने का दबाव बनाया।
शिकायतकर्ता के अनुसार, इस दौरान आरोपित ने उनकी बेटी को धमकी दी थी कि उसने अगर इन घटनाओं के बारे में किसी को बताया तो उसे जान से मार डाला जाएगा। अपनी बेटी को बेहद डरी हुई बता कर पीड़िता के पिता ने पुलिस से आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। इस शिकायत पर पुलिस ने यूनुस पाशा के खिलाफ ‘धर्मांतरण विरोधी अधिनियम’ और पॉक्सो की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आरोपित की तलाश की जा रही है।