नई दिल्ली में रविवार (25 मई 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्री सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें 20 से अधिक मुख्यमंत्रियों और 18 उपमुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया।
इस सम्मेलन में दो अहम प्रस्ताव पारित किए गए। पहला प्रस्ताव ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर था, जिसमें सशस्त्र बलों की बहादुरी की सराहना की गई। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। दूसरा प्रस्ताव जाति जनगणना को लेकर था, जिसे समाज के वंचित, शोषित और उपेक्षित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए जरूरी बताया गया।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रस्तावों की सराहना की। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जाति जनगणना का मकसद जातिगत राजनीति नहीं, बल्कि सामाजिक समावेश है।
सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की बस्तर ओलंपिक और बस्तर पांडुम पहल को भी सराहा गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस विचार-मंथन सत्र में मौजूद थे, जिसमें सुशासन और नवाचारों पर चर्चा हुई।